UP Board Exam 2023: यूपी में नकल विहीन परीक्षा कराने का सरकार का मिशन सफल रहा. सरकार की ओर से दावा किया गया है कि पांच मार्च को संपन्न हुई बोर्ड परीक्षाओं में 30 साल में पहली बार किसी परीक्षा को रद्द नहीं करना पड़ा और दोबारा परीक्षा नहीं करानी पड़ी. पूरे प्रदेश में संचालित की गई इन परीक्षाओं की तैयारियों और सुरक्षा को इतना पुख्ता रखा गया था कि परीक्षा से पहले प्रश्न पत्रों के वायरल होने का एक भी वाकया सामने नहीं आया. इतना ही नहीं, परीक्षा में नकल करते हुए पाए जाने वाले छात्रों की संख्या भी काफी कम रही. वहीं, हीलाहवाली के कुछ मामलों में छात्रों, कक्ष निरीक्षकों, प्रधानाचार्यों, प्रबंधकों व अन्य के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई. 


उल्लेखनीय है कि परीक्षाओं को नकल विहीन बनाने के लिए योगी सरकार की ओर काफी तैयारी की गई थी. यूपी एसटीएफ की मदद से संवेदनशील परीक्षा केंद्रों की मॉनीटरिंग कराई गई थी. लखनऊ में दो राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम से प्रत्येक परीक्षा केंद्र की निगरानी रखी गई तो वहीं 3 लाख कैमरों ने भी नकलविहीन परीक्षाएं संपन्न कराने में अहम योगदान दिया.


ऐसी थी परीक्षा के लिए तैयारियां
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्यकांत शुक्ल के अनुसार इस बार जो तैयारियां की गई थीं, उनका अच्छा परिणाम सामने आया है. प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के दृष्टिगत इस साल पहली बार प्रश्नपत्रों की पैकेजिंग चार लेयर में टेम्पर्ड प्रूफ लिफाफों में सुरक्षा के सभी मानकों को ध्यान में रखते हुए कराई गई. इसके चलते प्रश्नपत्रों के गलत खोलने और उनके वायरल किए जाने की कोई घटना घटित नहीं हुई. इसके अलावा सामूहिक नकल कराया जाना, प्रश्नपत्रों के गलत खोलने, प्रश्नपत्रों को वायरल किए जाने की कोई घटना घटित नहीं हुई जिसके चलते विगत तीस सालों के इतिहास में इस साल फिर से परीक्षा आयोजित कराने की कोई स्थिति उत्पन्न नहीं हुई. उन्होंने कहा कि सुरक्षा के जो इंतजाम किए गए, निगरानी समेत जो तैयारियां की गईं, उनके परिणाम बेहद कारगर रहे और सफलतापूर्वक नकलविहीन परीक्षाएं संचालित करा सके.


UP Politics: अखिलेश यादव का ये दांव चला तो 2024 में BJP की मुश्किल बढ़ना तय! जयंत चौधरी का होगा अहम रोल


दिव्यकांत शुक्ल के अनुसार, इस बार की परीक्षाओं में कुल 58 लाख 85 हजार 745 छात्रों ने परीक्षाओं में रजिस्ट्रेशन कराया था. इनमें हाई स्कूल के 3116487 छात्र थे, जबकि इंटरमीडिएट के 2769258 छात्र शामिल थे. हालांकि कुल 5454174 छात्रों (हाईस्कूल के 2907533 और इंटर के 2546640 छात्र) ने ही परीक्षा दी. कुल 431571 छात्र (हाईस्कूल के 208953 और इंटर के 222618 छात्र) परीक्षाओं में अनुपस्थित रहे.