यूपी बोर्ड (UP Board) की 10वीं और 12वीं क्लास के इम्तिहान 16 फरवरी से शुरू हो रहे हैं. इस बार की परीक्षा में 58 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स शामिल होंगे. पिछले साल बलिया में पेपर लीक की घटना से सबक लेते हुए सरकार ने इस बार नकल रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाने के दावे किए हैं. इसके तहत पुलिस और एसटीएफ के साथ ही इंटेलिजेंस एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है. केंद्र से लेकर जिलों तक को संवेदनशील और अतिसंवेदनशील कैटेगरी में चिन्हित किया गया है.
इसके साथ ही यह भी साफ कर दिया गया है कि नकल करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी तो साथ ही छात्रों को नकल कराने वाले माफियाओं के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी. 16 फरवरी से शुरू होने वाली परीक्षाएं 4 मार्च तक चलेंगी. इस बार 58 लाख से ज्यादा स्टूडेंट 8753 केंद्रों पर परीक्षा देंगे. इनमें से 242 केंद्रों को अतिसंवेदनशील और 936 केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है. प्रयागराज समेत 16 जिलों को पूरे तौर पर संवेदनशील घोषित कर वहां की पुलिस को खास तौर पर अलर्ट रहने को कहा गया है.
521 सचल दस्तों को गठित किया गया
परीक्षा को नकल विहीन-शांतिपूर्वक और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए पूरे प्रदेश में 455 जोनल मजिस्ट्रेट और 1390 सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं. इसके साथ शासन स्तर पर हर जिले के लिए एक-एक अलग आब्जर्वर नियुक्त किया गया है. प्रदेश स्तर पर 521 सचल दस्तों को गठित किया गया है. जिला स्तर पर अलग से उड़ाका दल गठित किया जा रहा है. परीक्षा केंद्रों के हर एक कमरे में वॉइस रिकॉर्डर लगे हुए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
इस बार वेबकास्टिंग के जरिए सभी परीक्षा केंद्रों की लाइव मॉनिटरिंग की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा परीक्षार्थियों और उनके अभिभावकों की मदद के लिए टोल फ्री नंबर जारी किए गए हैं. साथ ही ईमेल और व्हाट्सएप नंबर भी जारी किए गए हैं. यूपी बोर्ड और सरकार की तरफ से साफ संदेश दिया गया है कि इस बार की परीक्षा में नकल किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी और नकल करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा.
सरकार की तरफ से नकल रोकने के सख्त संदेश जारी होने के बाद परीक्षार्थियों से लेकर टीचर्स और अभिभावकों से लेकर केंद्र व्यवस्थापकों तक में हड़कंप मचा हुआ है. हालांकि परीक्षार्थियों का कहना है कि यह बहुत अच्छा कदम है. उन्होंने पढ़ाई कर परीक्षा की पूरी तैयारी की हुई है और उम्मीद है कि वह ना सिर्फ अच्छे नंबरों से पास होंगे बल्कि उनका ज्ञान भी बढ़ेगा. प्रयागराज के रानी रेवती देवी इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल बांके बिहारी पांडेय के मुताबिक इस बार की परीक्षा फुलप्रूफ इंतजामों के बीच आयोजित की जाएगी. इसी विद्यालय के शिक्षक शिव नारायण-मनोज गुप्ता और ऋचा गोस्वामी का कहना है कि नकल पर सख्ती तो होगी, लेकिन इससे आम परीक्षार्थियों को कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी.
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