UP Board Exam 2024: यूपी बोर्ड की हाई स्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा 22 फरवरी से शुरू हो रही है. दो पालियों में होने वाली परीक्षा के लिए गोरखपुर में 1 लाख 37 हजार 692 परीक्षार्थी इस परीक्षा में भाग लेंगे. परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए जनपद में 206 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. इसमें जिला कारागार में बना एक परीक्षा केंद्र भी शामिल है. यूपी बोर्ड परीक्षा में इस बार बड़ा बदलाव किया गया है. इसके तहत प्रथम पाली यानी कि सुबह की परीक्षा 8 बजकर 30 मिनट से शुरू होकर 11 बजकर 45 मिनट तक होगी. वहीं दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर दो बजे से शाम 5 बजकर 15 मिनट तक चलेगी. आप पेपर देने जा रहें हों तो अपने साथ एडमिट कार्ड, ट्रांसपरेंट बॉटल में पानी, कम से कम 2 पेन, अगर जरूरत हो तो स्केल और एक साफ रुमाल रखें. इन सबके साथ ही जरूरी है आत्मविश्वास. इसे लेकर जाना न भूलें. और कोई भी टेंशन घर छोड़कर जाएं.
गोरखपुर के डीआईओएस डा. अमरकांत सिंह ने बताया कि दो पालियों में होने वाली हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए सीसीटीवी के साथ सचल दस्ते की निगरानी में सम्पन्न कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि हाई स्कूल बोर्ड की परीक्षा में जनपद में कुल 74942 परीक्षार्थी जिसमें 38149 छात्र व 36793 छात्राएं शामिल होंगी. वहीं इंटरमीडिएट में 62,750 परीक्षार्थी जिसमें 33,346 बालक व 29,404 बालिकाएं शामिल है. जिला कारागार में हाईस्कूल के छह व इंटरमीडिएट का परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होगा.
स्ट्रांग रूम की चाबी तीन लोगों के पास
डीआईओएस ने बताया कि परीक्षा केन्द्रों पर स्ट्रांग रूम की चाबी तीन लोगों के पास होगी. इसमें केंद्र व्यवस्थापक, अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक व स्टेटिक मजिस्ट्रेट शामिल है. स्टेटिक मजिस्ट्रेट के पास स्ट्रांग रूम के अंदर अलमारी में रखे हुए प्रश्न पत्रों की चाबी की जिम्मेदारी सौंपी गई है. स्ट्रांग रूम 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहेगा. वहीं राजकीय जुबली इंटर कॉलेज में जिले के कंट्रोल रूम की स्थापना भी की गई है. कंट्रोल रूम में प्रत्येक कंप्यूटर पर 8 से 10 परीक्षा केन्द्रों की निगरानी की जिम्मेदारी कंप्यूटर ऑपरेटर को दी गई है. जो लगातार परीक्षा केन्द्रों पर नजर बनाए रखेंगे.
जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. अमरकांत सिंह ने बताया कि पूरी परीक्षा नकल विहीन होगी, सुरक्षा के दृष्टिकोण से हाई स्कूल व इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं पर बार कोड की व्यवस्था के साथ दोनों के ही रंगों में भी परिवर्तन किया गया है. वहीं प्रश्नपत्रों की पैकिंग भी तीन लेयरो में कई गई है. परीक्षार्थियों को नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि परीक्षार्थियों ने जो भी पढ़ाई की है, उसका अध्धयन करें और परीक्षा के दौरान शांत मन से परीक्षा दें.