UP Board Marks Improvement Exam: यूपी बोर्ड (UP Board) की अंक सुधार परीक्षाएं (Marks Improvement Exam) सोमवार से शुरू हो गई हैं. 6 अक्टूबर तक चलने वाली परीक्षाओं (Exam) के लिए प्रदेश में कुल 590 केंद्र बनाए गए हैं. इन केंद्रों पर कुल 79,286 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं. हाईस्कूल (High School) की परीक्षाएं 12 और इंटरमीडिएट (Intermediate) की 15 कार्य दिवस में पूरी होंगी. लखनऊ (Lucknow) में परीक्षा के लिए कुल 9 केंद्र बनाए गए हैं जिसमे 2895 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं. परीक्षाओं की शुरुआत हिंदी के पेपर से हुई है. 


पेपर के पैटर्न में बदलाव किया गया है
कोविड काल को देखते हुए पेपर के पैटर्न में बदलाव किया गया है. पहले जो परीक्षा सवा तीन घंटे की होती थी वो इस बार सवा दो घंटे की है. पेपर में प्रश्नों की संख्या कम करने के साथ ही च्वाइस भी बढ़ाई गई है. परीक्षा देने पहुंचे छात्र-छात्राओं ने बताया कि उनके रिजल्ट पर प्रमोटेड लिखा था या फिर जो अंक मिले थे उससे वो संतुष्ट नहीं हैं इसीलिए परीक्षा दे रहे हैं. उन्हें यकीन है कि रिजल्ट बेहतर होगा.


कोरोना के चलते नहीं हुई यूपी बोर्ड की परीक्षाएं
पहली शिफ्ट में हाईस्कूल और दूसरी में इंटरमीडिएट की परीक्षा हुई. मालूम हो कि इस बार कोरोना के चलते पहली बार यूपी बोर्ड की परीक्षाएं नहीं हुई थी. सभी स्टूडेंट्स को एक फॉर्मूले के तहत अंक देकर रिजल्ट जारी किया गया था. साथ ही स्टूडेंट्स को विकल्प दिया गया था कि अगर वो अपने अंकों से संतुष्ट नहीं हैं तो परिक्षा दे सकते हैं. इस बार यूपी बोर्ड में 52 लाख से अधिक स्टूडेंट्स थे. हालांकि, इनमें से सिर्फ 72,286 ने ही अंक सुधार की परीक्षा के लिए आवेदन किया है.



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