प्रयागराज, एबीपी गंगा। यूपी बोर्ड की दसवीं और बारहवीं क्लास के नतीजे 20 से 25 अप्रैल के बीच जारी किए जाएंगे। पिछले कुछ सालों की तरह इस बार भी दसवीं और बारहवीं के नतीजे बोर्ड के हेडक्वार्टर प्रयागराज से एक साथ ही जारी किए जाएंगे। इस बार के इम्तिहान में 58 लाख से ज्यादा स्टूडेंट शामिल हुए हैं। बोर्ड इस बार ग्रेस मार्क के नियम में बदलाव कर कमजोर स्टूडेंट्स को भी पास कराने की तैयारी में है।


कम समय में नतीजे जारी करने की तैयारी


यूपी बोर्ड इस बार सबसे कम समय में नतीजे जारी करने की तैयारी में है। पिछले साल 29 अप्रैल को रिजल्ट जारी किया गया था, लेकिन इस बार यह वक्त एक हफ्ते और कम किए जाने की कवायद है। फाइनल डेट तो अभी तय नहीं हो सकी है, लेकिन बोर्ड की सेक्रेटरी नीना श्रीवास्तव का दावा है कि इस साल पिछली बार से भी पहले रिजल्ट आएगा। इस बार के बोर्ड इम्तिहान में शामिल हुए 58 लाख स्टूडेंट्स में से दसवीं क्लास के 31 और बारहवीं क्लास के 26 लाख से ज्यादा बच्चे हैं।



ग्रेस मार्क्स के नियमों में बदलाव संभव


इस बार मूल्यांकन का काम 25 मार्च को ही पूरा कर लिया गया था। तकरीबन सवा तीन करोड़ कॉपियां 230 मूल्यांकन केंद्रों पर जांची गईं हैं। बोर्ड इस बार ग्रेस मार्क्स के नियमों में बदलाव करने जा रहा है। अभी तक स्टूडेंट्स को सिर्फ दो सब्जेक्ट्स में ही ग्रेस मार्क्स यानी कृपांक मिलते थे, लेकिन अब 20 नंबर तक के ग्रेस सारे सब्जेक्ट्स में इस्तेमाल किए जा सकते हैं। बोर्ड इस तरह का बदलाव ज़्यादा स्टूडेंट्स को पास होने का मौका मुहैया कराने के मकसद से कर रहा है। हालांकि इसका औपचारिक एलान नतीजे घोषित होने के वक्त ही किया जाएगा, लेकिन बोर्ड ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। ज़्यादा संभावना इस बात की है कि नतीजे 31 अप्रैल को जारी किए जाएंगे।


इस बार 6 लाख 60 हजार स्टूडेंट्स ने छोड़ी परीक्षा

इस बार के इम्तिहान में नकल पर सख्ती की वजह से तकरीबन छह लाख 60 हजार स्टूडेंट्स ने बीच में ही इम्तिहान छोड़ दिया था। तमाम कर्मचारियों की ड्यूटी लोकसभा चुनाव में लग जाने की वजह से रिजल्ट तैयार करने में कुछ देरी हो रही है, लेकिन अफसरों का दावा है कि नतीजे हर हाल में इसी महीने जारी कर दिए जाएंगे। वैसे ग्रेस मार्क्स के नियम में बदलाव से स्टूडेंट्स और उनके अभिभावक खासे उत्साहित हैं और उन्हें नतीजों का बेसब्री से इंतजार है।