UP Board Result: यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं क्लास के नतीजे जुलाई महीने के आख़िरी हफ्ते में घोषित किये जाएंगे. रिज़ल्ट में अभी 10 दिनों का वक़्त और लग सकता है. इस बार का रिजल्ट भी बोर्ड के हेडक्वार्टर प्रयागराज के बजाय राजधानी लखनऊ से ही जारी किया जाएगा. नतीजे माध्यमिक शिक्षा विभाग के मंत्री और सूबे के डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा की मौजूदगी में जारी किये जाने की उम्मीद है. हालांकि इम्तिहान रद्द किये जाने की वजह से इस बार कोई भी स्टूडेंट फेल नहीं होगा और सौ फीसदी छात्र पास किये जाएंगे. यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में शामिल होने के लिए इस साल 56 लाख से ज़्यादा स्टूडेंट्स ने आवेदन किया था. इनमे हाई स्कूल यानि दसवीं क्लास के 29 लाख 94 हज़ार तीन सौ बारह (29,94,312) और बारहवीं यानी इंटर के 26 लाख 10 हज़ार तीन सौ 16 (26,10,316) स्टूडेंट्स शामिल हैं. बोर्ड इस बार कुल मिलाकर 56,04,628 स्टूडेंट्स के रिजल्ट जारी करेगा.
रिजल्ट को लेकर प्रयागराज के बोर्ड ऑफिस में तैयारियां ज़ोर-शोर से चल रही हैं. बोर्ड इस बार भी रिजल्ट वाले दिन ही मार्कशीट भी जारी कर देगा. इम्तिहान नहीं होने की वजह से इस बार मेरिट लिस्ट जारी नहीं की जाएगी. यूपी बोर्ड के सौ सालों के इतिहास में यह पहला मौका होगा, जब बोर्ड की परीक्षा में कोई भी स्टूडेंट फेल नहीं होगा और सभी छात्र पास किये जाएंगे. रिजल्ट की तैयारियों को लेकर बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने मंगलवार को लखनऊ में माध्यमिक शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव आराधना शुक्ला और डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा से मुलाक़ात की. इन बैठकों में अंतिम तारीख तो तय नहीं हो सकी, लेकिन यह ज़रूर तय किया गया कि रिजल्ट जुलाई के आख़िरी हफ्ते में ही जारी किया जाएगा. बोर्ड के नतीजे जारी होने में अभी 10 दिनों का वक़्त और लग सकता है.
इस बार का रिजल्ट तकरीबन दो महीने की देरी से आएगा
रिजल्ट को लेकर उल्टी गिनती भले ही शुरू हो गई हो, लेकिन स्टूडेंट्स से लेकर उनके पैरेंट्स और टीचर्स को नतीजों का अब बेसब्री से इंतजार है. ज़्यादातर स्टूडेंट्स का कहना है कि उन्होंने इस बार की लिखित परीक्षा को लेकर काफी तैयारी की थी और उन्हें काफी बेहतर नम्बर्स मिलने की उम्मीद थी, लेकिन कोरोना ने उनकी पूरी तैयारियों पर पानी फेर दिया. हालांकि यह सभी ये ज़रूर मानते हैं कि महामारी के मुश्किल वक़्त में परीक्षा से ज़्यादा ज़रूरी जीवन बचाना था. स्टूडेंट्स का कहना है कि अगर वह अपने मार्क्स से संतुष्ट नहीं हुए तो इम्प्रूवमेंट इम्तिहान देंगे.
गौरतलब है कि यूपी बोर्ड ने इस बार पूर्व की कक्षाओं और इंटरनल एग्जाम के औसत नम्बर्स के आधार पर सभी स्टूडेंट्स को पास करने का फैसला किया है. प्रयागराज में विद्या भारती द्वारा संचालित रानी रेवती देवी इंटर कालेज के फिजिक्स के प्रवक्ता शिव नारायण का कहना है कि रिजल्ट भले ही पहले ही तय हो गया हो, लेकिन नतीजों को लेकर स्टूडेंट्स में इस बार भी पहले जैसा ही उत्साह है. उनके मुताबिक़ दसवीं पास बच्चे अगली क्लास की पढ़ाई शुरू करेंगे तो वहीं 12वीं में पास होने वाले कैरियर बनाने की कवायद शुरू करेंगे. इस बार का रिजल्ट तकरीबन दो महीने की देरी से आएगा.
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