UP Board Result 2024: यूपी के गोरखपुर जिले में 97 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं कक्षा में टॉप करने वाली श्‍वेता सिंह का सपना है कि वे पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रशासनिक सेवा में जाएं. इसके लिए वे खूब मेहनत और लगन के साथ पढ़ाई कर रही हैं. वे सुबह 4 बजे भोर में उठती हैं और घर के सारे काम निपटाने के साथ बीमार मां की सेवा करती हैं. इसके बाद वे 20 किलोमीटर का सफर तय कर कुशीनगर से कालेज पढ़ने के लिए आती हैं. वे IAS बनकर देश और जरूरतमंदों की सेवा करना चाहती हैं.   


कुशीनगर जिले के अहिरौली बाजार के बिंदुवार गांव की रहने वाली श्‍वेता सिंह तीन भाई बहनों में सबसे बड़ी हैं. वे कहती हैं कि उन्‍हें बहुत अच्छा लग रहा है. इसका श्रेय में अपने माता-पिता और स्कूल के टीचर को देना चाहती हूं. श्वेता ने बताया कि वे सुबह कोचिंग जाती रही हैं. इसके बाद गोरखपुर के एसपीएनएस आई सी (श्री प्राणनाथ साधना इंटर कॉलेज रतनपुर पतरा) में पढ़ने के लिए आती रही हैं. पढ़ाई भी करती थीं. उन्‍होंने डिप्रेशन में जाने वाले बच्चों को सुझाव देते हुए कहा कि वे खूब मेहनत के साथ पढ़ाई करें. उससे भी ज्यादा नंबर लाने की कोशिश करें. श्वेता ने बताया कि उसका सब्जेक्ट बायोलॉजी रहा है. उसके एक भाई और एक बहन हैं. दोनों छोटे हैं. श्वेता ने बताया कि उसके पिता कन्‍हैया सिंह कोचिंग में पढ़ाते हैं. मां गृहणी हैं.


श्‍वेता के पिता कन्‍हैया सिंह ने कहा कि उनकी बेटी ने जिले में टॉप किया है. वे और उनके परिवार के लोग काफी खुश हैं. उनकी बेटी बचपन से मेधावी है. जो कहती थी, उसे पूरा करते थे. देर रात तक पढ़ती रही है. सुबह उठकर मां का हाथ बटाती थी. उसकी तबीयत खराब हो जाती थी, तो खाना भी बनाती थी. उसके बाद कोचिंग जाती थी. उसकी तबीयत भी खराब हो गई थी. उसे टाइफाइड हो गया था. इसके बावजूद पढ़ने के लिए परेशान रहती थी. उन्हें पूरा विश्‍वास रहा है कि उनकी बेटी टॉप करेगी. क्‍योंकि हाईस्‍कूल में उसका नंबर 88 प्रतिशत रहा है.


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क्या बोले अभिभावक
जिले में 12वीं टॉप करने वाली श्‍वेता सिंह के पिता कन्हैया सिंह ने बताया कि उनके परिवार में तीन बच्चे हैं. यह बड़ी है. सबसे छोटा बेटा है. जिसकी उम्र 11 वर्ष से फिर उससे छोटा एक बच्ची है जिसकी उम्र 6 वर्ष है. उन्होंने कहा कि बच्चे जिस लाइन में पढ़ना चाहते हैं, उन्‍हें उसी दिशा में प्रोत्‍साहित किया जाए. उनके ऊपर जबरदस्‍ती का दबाव नहीं बनाना चाहिए. बच्‍चों को खुद अपने करियर च्‍वाइस का अधिकार देने की जरूरत है. जिससे वे अपने पसंद की फील्‍ड में करियर बना सकें. वे खुद अध्‍यापक हैं और बच्‍चों की मनोदशा को अच्‍छी तरह से समझते हैं. यहीं वजह है कि उन्‍होंने बच्‍ची पर किसी तरह का दबाव नहीं पड़ने दिया.  


गोरखपुर के पिपराइच रोड के पतरा बाजार के श्री एसपीएनएस इंटर कालेज (प्राणनाथ साधना इंटर कॉलेज रतनपुर पतरा) के प्रधानाचार्य सुरेन्‍द्र कुमार कहते हैं कि वे सबसे पहले इस बच्ची को शुभ आशीर्वाद देते हैं. उनके अध्यापकों ने मेहनत की. इसने दिन-रात एक करके पढ़ाई की ग्रामीण क्षेत्र में रहते हुए भी अपने माता-पिता का सहयोग किया. विद्यालय में उपस्थित भी इसकी 90 से 95% रही है. अब्सेंट नहीं हुई है. आज वे अपनी खुशी बयां नहीं कर पा रहे हैं. वे सभी बच्‍चों से कहते हैं कि उन्‍हें जो भी सब्‍जेक्‍ट चुनना है, वे अपनी पसंद का सब्‍जेक्‍ट चुनें. रेगुलर विद्यालय में आएं. गुरुजनों का सम्मान करें. सुबह-शाम नियम बना लें कि एक-दो घंटा जैसे भी हो ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे क्योंकि व्यस्त रहते हैं, फिर भी उनको समय निकालना होगा. जो उनका आसान विषय हो, जो समझ में आता हो वही विषय लें. उनके लिए ही सुझाव है. परीक्षा बहुत साधारण है. टेंशन में आने की जरूरत नहीं है. खुशी-खुशी परीक्षा दें.


इस बार यूपी बोर्ड 12वीं की परीक्षा 22 फरवरी से 9 मार्च तक चली थी. वहीं, गोरखपुर में इस बार 75.49% स्टूडेंट्स पास हुए हैं. 12वीं की परीक्षा के लिए गोरखपुर में कुल 65,191 स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड थे. जिनमें 62,272 स्टूडेंट्स परीक्षा में शामिल हुए, शेष ने परीक्षा छोड़ दी. जिनमें 47,008 स्टूडेंट्स परीक्षा में पास हुए. ऐसे में इस बार गोरखपुर में 12वीं का रिजल्ट 75.49% रहा. यूपी बोर्ड 12वीं की परीक्षा में छात्रा श्वेता सिंह 97% अंक हासिल कर गोरखपुर टॉपर बनीं हैं. श्वेता  SPNS इंटर कॉलेज, रतनपुर पतरा की छात्रा हैं. वहीं, कमला सिंह गर्ल्स इंटर कॉलेज सहजनवा की छात्रा अनामिका 96.20% अंक हासिल कर सेकेंड टॉपर बनीं. इसी तरह गोरखपुर के टॉपर्स में तीसरा स्थान गोल्डी सिंह ने हासिल किया. एमपी इंटर कॉलेज की छात्रा गोल्डी सिंह ने 95.60% अंक हासिल किया है.