UP Budget 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा में गुरुवार को बजट (Budget) पेश किया गया. योगी सरकार 2.0 का यह पहला बजट था, जिसे राज्य के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना (Suresh Khanna) ने पेश किया. 6 लाख करोड़ से ज्यादा के बजट में किसानों से लेकर महिलाओं और युवाओं तक सबके लिए सौगाते हैं. बजट पेश होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि ये यूपी की 25 करोड़ जनता की जनता को ध्यान में रख कर बनाया गया, सबसे बड़ी आबादी वाला प्रदेश में समग्र विकास के लिए सरकार का ये बजट 5 वर्षों का बजट है, जो उज्जवल भविष्य की रूपरेखा तैयार करेगा. सीएम योगी ने कहा कि गरीब, नौजवान, किसान, श्रमिक, महिला और समाज के प्रत्येक तबके को ध्यान में रखकर बजट बनाया गया है. योगी सरकार के बजट पर तमाम नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. 


गतिशील और दिशा देने वाला बजट
कैबिनेट मिनिस्टर एके शर्मा ने कहा की नए भारत का नया उत्तर प्रदेश और सशक्त भारत का सशक्त उत्तर प्रदेश बनाने के लिए ये बहुत ही सशक्त, गतिशील और दिशा देने वाला बजट है. अखिलेश यादव के इस बजट को आंकड़ों का जाल बताने के बयान पर मंत्री एके शर्मा ने कहा की जो आंकड़ा नहीं समझता उसे तो ऐसा ही लगेगा.


ऐतिहासिक बजट है
लोक निर्माण विभाग के कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा ये ऐतिहासिक बजट है. इतना बड़ा प्रावधान आज तक यूपी के इतिहास में नहीं किया गया है. सभी विषय और सभी विभागों को महत्व दिया गया है. ग्रामीण क्षेत्र की जनता से लेकर शहरों तक को ध्यान रखा गया है, योजनाओं पर फोकस किया गया है. बहुत ही महत्वकांक्षी योजना बनारस के सौंदर्यीकरण के लिए है. इसके लिए 500 करोड़ स्वीकृत हुए हैं.


दानिश आजाद अंसारी ने कही ये बात 
अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा की आज एक ऐतिहासिक दिन है जो सदन में 6 लाख 15 हजार करोड़ से अधिक का बजट पेश हुआ है, ये यूपी को नई दिशा देगा. आज आम जनमानस में विश्वास जागेगा कि उसने हमें जो सेवा करने का अवसर दिया वो गलत नहीं था, उनके विश्वास में यह मील का पत्थर साबित होगा. अल्पसंख्यकों के विकास के लिए यह प्रशंसनीय बजट है जिसमें उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य, विकास की व्यवस्थाएं और बुनियादी चीजों का ध्यान रखा है. इस बजट से निश्चित तौर पर अल्पसंख्यकों की शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और तरक्की में तेज गति से आगे बढ़ेंगे. इस बजट में महिलाओं, अल्पसंख्यक समाज, किसान, नौजवान सबका ध्यान रखा गया है. एक नए उत्तर प्रदेश की रचना की ओर आगे बढ़ रहे हैं.


निराशा से भरा हुआ बजट है
कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्र ने कहा की संख्या बड़ी नहीं होती है बजट में तथ्य क्या हैं. पूरी तरह से निराशा से भरा हुआ है. कोई एक नई योजना बताइए जो सरकार किसी वर्ग के लिए लाई हो. नौजवान, किसान, महिला किसी के लिए कुछ नया नहीं है. अपने मेनिफेस्टो में तो बहुत सारी घोषणा कर दी थी, मेनिफेस्टो की घोषणाएं दिल्ली से चलकर लखनऊ तक पहुंच चुकी हैं. घोषणाएं की हैं, लेकिन उसके लिए बजट प्रावधान नहीं किया है. जो पुरानी योजनाएं थी उन्हें रीपैकेज करके प्रस्तुत किया है. बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है. सरकार दावा कर रही  है हजारों लाखों रोजगार का, सरकार के 5 साल में कितने नौजवानों को रोजगार मिला है? अगर उद्योग आए तो दिखने चाहिए, रोजगार मिलना चाहिए, ये बहुत बड़ा चैलेंज है, 45 वर्षों की सबसे बड़ी बेरोजगारी उत्तर प्रदेश में है. 12 लाख सरकारी पद खाली हैं जिसमें से मात्र साढ़े 4 लाख पद भरे हैं, जो सरकार खुद मान रही है. सरकार ने पिछली बार कहा था कि प्रति वर्ष 20 लाख नौकरी देंगे उसका क्या हुआ. सरकार ने इन्वेस्टर्स समिट में इस प्रदेश की गरीब जनता का हजारों करोड़ उड़ा दिया लेकिन धरातल पर उद्योग, एमएनसी क्यों नहीं दिखाई दे रहे. इन्वेस्टमेंट और रोजगार दिखाई क्यों नहीं दे रहा. पूरी तरह से निराशा से भरा हुआ बजट है. ग्रेडिंग की बात करें तो मैं जीरो ग्रेड देती हूं.


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