UP Budget 2023 News: उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र और इस दौरान यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) के अभिभाषण को लेकर बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो और पूर्व सीएम मायावती (Mayawati) की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करके यूपी की योगी सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. पूर्व सीएम मयावाती ने कहा है कि यूपी में सत्ताभोगी तत्वों को छोड़कर पीड़ित/दुःखी लोगों को उनका हक व इंसाफ नहीं मिल पाना सरकार की सबसे बड़ी विफलता है.


बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर लिखा- "उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन आज माननीया राज्यपाल का अभिभाषण लोगों को त्रस्त करती महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, पिछड़ेपन व अशांत माहौल आदि के खास मामलों में सरकार द्वारा अपनी विफलताओं पर पर्दा डालने का निरर्थक प्रयास. कुल मिलाकर जनता को काफी मायूस करने वाला. यूपी में सत्ताभोगी तत्वों को छोड़कर, सरकारी दावों के विपरीत, आज हर वर्ग, समाज व समुदाय सरकार की संकीर्ण और द्वेषपूर्ण नीतियों व कार्यकलापों का भुक्तभोगी तथा उससे पीड़ित/दुःखी लोगों को उनका हक व इंसाफ नहीं मिल पाना सरकार की सबसे बड़ी विफलता. सरकार इस ओर जरूर ध्यान दे." 



बता दें कि यूपी विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत हो गई है और पहले ही दिन विपक्ष का जोरदार हंगामा देखने को मिला. इस दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की अगुवाई में सदन के भीतर से बाहर तक सपा का हंगामा देखने को मिला. इतना ही नहीं सपा नेता पोस्टर लेकर वेल में तक पहुंच गए और सदन में खुद अखिलेश भी हाथ में तख्ती पकड़े हुए नजर आए. अखिलेश ने सदन में जातीय जनगणना की मांग को लेकर योगी सरकार को घेरा. मीडिया से बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी सहित कई सारी पार्टी जातीय जनगणना के पक्ष में है. सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में कई सारी पार्टी इस पक्ष में है कि जातीय जनगणना हो. बिहार ने उदाहरण पेश किया है, अगर हमारी सरकार होती तो राज्य में अभी तक जातीय जनगणना हो गई होती.


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