लखनऊ: यूपी के बजट सत्र की शुरूआत आज राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण से हुई. हालांकि सदन में राज्यपाल का अभिभाषण देर से शुरू हुआ. सभी विपक्ष की पार्टियों ने इसको मुद्दा बनाने की कोशिश भी की. 11 बजे अभिभाषण शुरू होना था जबकि 11 बजकर 05 मिनट पर राष्ट्रगान और 11 बजकर 07 मिनट पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का अभिभाषण शुरू हुआ. सपा सदस्यों ने इस दौरान सदन में जोरदार हंगामा भी किया.
इसे लेकर संसदीय कार्य व वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बयान देते हुए कहा कि आज से विधानमंडल का बजट सत्र प्रारंभ हो चुका है. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही सत्र प्रारंभ हुआ है. वर्तमान सरकार का ये 5 वां साल होगा. उन्होंने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण सरकार की नीतियों का दस्तावेज होता है. उसमें भविष्य की योजनाओं का ज़िक्र होता है.
विपक्ष ने गैर जिम्मेदाराना रवैय्या अख्तियार किया- सुरेश खन्ना
सुरेश खन्ना ने कहा कि विपक्ष ने गैर जिम्मेदाराना रवैय्या अख्तियार किया. राज्यपाल के अभिभाषण पर नारेबाजी के साथ ऐसे शब्दों का प्रयोग किया जो यहां नहीं कहे जा सकते. विपक्ष महिलाओं की बात करता, राज्यपाल भी महिला हैं और उनके लिए जिन शब्दों का इस्तेमाल किया वह गैर जिम्मेदाराना है. विपक्ष को विकास, सुशासन में रुचि होती तो राज्यपाल का अभिभाषण सुनते. महिला राज्यपाल को सम्मान प्रदर्शित करते. सपा, बसपा, कांग्रेस ने जो किया वो उचित नहीं है. आगे सुरेश खन्ना ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि जो विकास की नीतियों और योजनाओं का दस्तावेज न सुनना चाहते हों उनसे क्या उम्मीद कर सकते हैं.
यह भी पढ़ें-
यूपी विधानसभा में देरी से शुरू हुआ राज्यपाल का अभिभाषण, विपक्ष ने किया विरोध
विधानसभा अध्यक्ष से मिले BSP के 9 बागी विधायक, सदन में अलग बैठने की जगह मांगी