UP By-election: गोला गोकर्णनाथ उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी, बीजेपी और सपा में है कड़ी टक्कर
यूपी में गोला गोकर्णनाथ विधानसभा (Gola Gokaran Nath) सीट पर उपचुनाव के लिए वोटिंग शुरू हो गई है. इस सीट पर बीजेपी (BJP) और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के बीच कड़ी टक्कर है.
Gola Gokaran Nath Bypolls: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर-खीरी (Lakhimpur) जिले की गोला गोकर्णनाथ विधानसभा (Gola Gokaran Nath) सीट पर उपचुनाव के लिए वोटिंग शुरू हो गई है. बसपा (BSP) और कांग्रेस (Congress) के इस उपचुनाव से दूरी बनाने के बाद गोला गोकर्णनाथ में मुख्य मुकाबला बीजेपी (BJP) और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के बीच होता नजर आ रहा है.
चुनाव आयोग के एक अधिकारी के मुताबिक, उपचुनाव के लिए सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं. उन्होंने बताया कि सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक वोट डाले जाएंगे. उपचुनाव में तीन लाख 90 हजार से ज्यादा मतदाता कुल सात प्रत्याशियों के चुनावी भाग्य का फैसला करेंगे. गोला गोकर्णनाथ सीट छह सितंबर को बीजेपी विधायक अरविंद गिरि के दिल का दौरा पड़ने से हुए निधन के कारण रिक्त हुई है.
इस लोकसभा में आती है सीट
बसपा और कांग्रेस ने इस उपचुनाव में अपने प्रत्याशी नहीं खड़े किए हैं. लिहाजा अब यहां बीजेपी उम्मीदवार और दिवंगत विधायक अरविंद गिरि के बेटे अमन गिरि और इसी सीट से पूर्व में विधायक रह चुके सपा प्रत्याशी विनय तिवारी के बीच सीधा मुकाबला होता दिख रहा है. गोला गोकर्णनाथ विधानसभा क्षेत्र केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा 'टेनी' के संसदीय क्षेत्र खीरी में आता है. मिश्रा पिछले साल अक्टूबर में निघासन क्षेत्र के तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के बाद विवादों से घिर गए थे.
पिता के निधन के कारण अमन गिरि के पक्ष में सहानुभूति की लहर होने के बावजूद बीजेपी इस उपचुनाव में पूरा जोर लगा रही है. प्रदेश सरकार के कई मंत्रियों समेत 40 स्टार प्रचारकों ने मैदान में उतरकर बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में मतदान की अपील की. खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमन गिरि के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित किया था. योगी ने अपने भाषण के दौरान गन्ना किसानों को उनका बकाया मूल्य जल्द से जल्द दिलाने, काशी विश्वनाथ की तर्ज पर क्षेत्र में छोटी काशी कॉरीडोर विकसित करने और मेडिकल कॉलेज बनाने का आश्वासन दिया था.
सपा प्रमुख ने नहीं किया प्रचार
वहीं, सपा की तरफ से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने प्रचार अभियान की अगुवाई की. उनके साथ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रवि प्रकाश वर्मा और कई पूर्व मंत्रियों ने भी सपा प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगे. सपा नेताओं ने इस दौरान घर-घर जाकर जनसंपर्क किया. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उपचुनाव में प्रचार नहीं किया. हालांकि इस उपचुनाव के नतीजों का सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा, मगर 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा और सपा के लिए यह अपनी-अपनी ताकत को आजमाने का मौका जरूर है.
उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 254, जबकि उसके सहयोगी दल-अपना दल-सोनेलाल के 12 और निषाद पार्टी के छह विधायक हैं. इस तरह, बीजेपी गठबंधन के पास 272 विधायकों के साथ बहुमत के आंकड़े से कहीं ज्यादा सदस्य हैं. सपा उम्मीदवार तिवारी ने इससे पहले 2012 में गोला गोकर्णनाथ निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था. तब तत्कालीन हैदराबाद निर्वाचन क्षेत्र को समाप्त करने के बाद इस निर्वाचन क्षेत्र का गठन किया गया था.