Lucknow News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में दिसंबर महीने में स्थानीय निकाय के चुनाव होने हैं. इस चुनाव को लेकर राज निर्वाचन आयोग अपनी तैयारियों में जुटा है. 2017 के मुकाबले इस बार निकायों की संख्या भी उत्तर प्रदेश में बढ़ी है जबकि 2017 के मुकाबले 91 लाख से ज्यादा नए वोटर भी जुड़े हैं. इस बार निकाय चुनाव में तकरीबन 4 करोड़ 27 लाख से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.


हालांकि चुनाव की तारीखों का ऐलान कब होगा इस बात का सभी को इंतजार है और राज्य निर्वाचन आयोग आरक्षण के फार्मूले के मिलने का इंतजार कर रहा है. 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में निकाय के जो चुनाव होने हैं, उसे एक सेमीफाइनल की तरह देखा जा रहा है. इसलिए सियासी दल निकाय चुनाव की तैयारी में भी जोर-शोर से जुटे हैं. 


वोटरों की संख्या बढ़ी 
2017 के मुकाबले इस बार के निकाय चुनाव में वोटरों की संख्या भी काफी बढ़ी है. इस बार 4 करोड़ 27 लाख 40 हज़ार 320 वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग इस निकाय चुनाव में करेंगे. जबकि 2017 में 3 करोड़ 33 लाख से ज्यादा वोटर प्रदेश में थे .यानी इस बार 91 लाख 44 हजार से ज्यादा वोटरों की संख्या में इजाफा हुआ है. 18 नवंबर को स्थानीय निकाय चुनाव के लिए अंतिम वोटर लिस्ट का प्रकाशन हुआ है जिसके बाद यहां आंकड़ा सामने आया है. 2017 में उत्तर प्रदेश में कुल 652 स्थानीय निकाय थे लेकिन इस बार उनकी संख्या बढ़कर 763 हो गई है यानी बीते 5 सालों में उत्तर प्रदेश में 111 निकाय बढ़े हैं.


अब स्थायी निकायों की संख्या 763
उत्तर प्रदेश में साल 2017 में जब स्थानीय निकाय के चुनाव हुए थे तब 16 नगर निगम थे, 198 नगरपालिका थी और 438 नगर पंचायतें थी. इनकी कुल संख्या मिलाकर तब 652 निकाय हुआ करती थी, लेकिन इस बार उत्तर प्रदेश में नगर निगमों की संख्या 17 हो गई है. नगर पालिका 200 हैं और नगर पंचायत 546 हो गई हैं. अब उत्तर प्रदेश में स्थानी निकाय की कुल संख्या बढ़कर 763 हो गई है. इस चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग अपनी तैयारी में जुट गया है.


राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव चिन्ह को लेकर अधिसूचना भी जारी कर दी है. प्रदेश के 18 मान्यता प्राप्त दलों के लिए चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिए गए हैं इसके अलावा गैर मान्यता प्राप्त दलों के पार्षदों के लिए 197 चुनाव चिन्ह जारी किए गए हैं वही नगर पंचायत नगर पालिका परिषदों और नगर निगम के  पार्षद पद के निर्दलीय उम्मीदवारों के लिए 42 मुक्त प्रतीक चिन्ह जारी किए गए जबकि नगर निगम के मेयर नगर पालिका अध्यक्ष और नगर पंचायत अध्यक्ष पद के निर्दलीय उम्मीदवारों के लिए 39 मुक्त प्रतीक जारी किए गए हैं.


इस चुनाव की तैयारियों में बीजेपी जोर-शोर से जुटी है, बीजेपी ने तो 17 नगर निगमों में अपने चुनाव प्रभारी और सह प्रभारी भी घोषित कर दिए हैं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी का कहना है कि स्थानीय निकाय के चुनाव अपने तय समय पर ही होंगे और पार्टी इसके लिए तैयार हैं. पार्टी में उम्मीदवार चयन की एक प्रक्रिया है और जैसे ही राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा, पार्टी अपनी प्रक्रिया के तहत उम्मीदवारों के नाम घोषित करेगी. वहीं उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का कहना है कि चुनाव की तारीखों का ऐलान राज्य निर्वाचन आयोग को करना है, जैसे ही तारीखें घोषित होंगे राज्य सरकार की चुनाव को कराने की पूरी तैयारी है.


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