Ajay Rai on Mayawati: उत्तर प्रदेश में उपचुनाव के लिए सभी पार्टियां चुनाव प्रचार प्रसार में जुटी हुई हैं. राजनीतिक दलों के नेता एक दूसरे पर लगातार बयानबाजी भी करते नजर आ रहे हैं. इन दिनों प्रदेश में पोस्टर वार भी देखने को मिला. 'बंटेंगे तो कटेंगे' बनाम 'जुड़ेंगे तो जीतेंगे' नारे के बीच मायवती ने सभी पार्टियों पर जमकर निशाना साधा था और एक नया नारा दिया था.
यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने मायावती के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "मायावती को निश्चित तौर से मुख्यमंत्री बनाया गया था, लेकिन उनका जो सीएम के तौर पर दायित्व था या उसके बाद पूर्व सीएम या नेता के तौर पर जो दायित्व होना चाहिए था वह उन्होंने कभी भी पूरा नहीं किया."
'मायावती करती हैं वोट की राजनीति'
अजय राय ने यह भी कहा, "अनुसूचित जाति के साथ कितने रेप और अत्याचार हुए हैं, लखीमपुर खीरी में एक पासी समाज के बच्चे को हिरासत में ही मार दिया गया, लेकिन मायावती कभी कुछ नहीं बोलीं. वह केवल वोट लेने के लिए राजनीति करती हैं. उनको जनता के दुख तकलीफ से मतलब नहीं है."
क्या था बसपा प्रमुख मायावती का बयान?
मायावती ने कहा था, "बीएसपी की सरकार की तुलना में बीजेपी और सपा की सरकार की तुलना में बीएसपी का शासन जनता के बीच सबसे बेहतरीन रहा है. जनता को पोस्टर के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए. बीजेपी ने 'बंटेंगे तो कटेंगे' और सपा ने 'जुड़ेंगे तो जीतेंगे' का नारा देकर इसकी आड़ में सिर्फ और सिर्फ जनता को गुमराह कर उप-चुनाव वाली सीटों पर फायदा लेने का प्लान बनाया है. उनकी दोगली नीतियों से बचने कि लिए बेहतर यही है कि आप बसपा से 'जुड़ेंगे तो आगे बढ़ेंगे और सुरक्षित रहेंगे'.
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