UP By Polls 2024: चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश की 9 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए कार्यक्रम घोषित कर दिया है और राज्य की 9 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को मतदान होगा. इसके साथ ही 23 नवंबर को इस उपचुनाव क रिजल्ट आएगा. वहीं चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद ही सत्ताधारी पार्टी बीजेपी और विपक्षी दल सपा-कांग्रेस तैयारी में जुट गए हैं.
वहीं बीजेपी यूपी उपचुनाव में हिंदुत्व के एजेंडे पर ही जातियों को साधेगी. क्योंकि हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में मिले बूस्टर डोज का बीजेपी जरूर फायदा उठाएगी, इसके साथ ही बीजेपी भी हिंदुत्व के मुद्दे पर हमेशा आगे ही रहती है. वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए बटेंगे तो कटेंगे के नारे से पार्टी को बूस्टर मिलेगा, क्योंकि इसका फायदा बीजेपी को जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी देखना को मिला.
बीजेपी की तरफ से जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव में जातियों को लामबंद करने की रणनीति के तहत बटेंगे तो कटेंगे का नारा दिया था जिसका असर भी काफी देखने को मिला. इस नारे का असर था कि बीजेपी जाट वोट के अलावा दलित और यादव वोट बैंक में भी सेंधमारी कर पाई. वहीं यूपी उपचुनाव में हिंदुत्व के साथ राष्ट्रवाद के फॉर्मूले का परीक्षण करेगी.
जम्मू-कश्मीर में दिखा असर बटेंगे तो कटेंगे के नारे का असर
जम्मू-कश्मीर में ज्यादातर हिंदू भाजपा के पक्ष में गोलबंद दिखे, इतना नहीं हिंदू लामबंदी जिस तरह जातीय गोलबंदी पर भारी पड़ती दिख रही है, वह यह बताने को पर्याप्त है कि बटेंगे तो कटेंगे के नारे ने नतीजों पर असर डाला है. अब यूपी उपचुनाव में भी भाजपा इसे और धार देगी ताकि यूपी में 2014 लोकसभा चुनाव और 2022 विधानसभा चुनाव जैसे समीकरणों को फिर मजबूत किया जा सके.
बता दें कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने परिणामों के बाद बीजेपी को राष्ट्रीय राजनीति से विदाई के तौर पर प्रचारित किया. वहीं अब हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के चुनाव में फिर से बीजेपी को मजबूत किया. वहीं यूपी उपचुनाव में बीजेपी के एजेंडे की काट को लेकर कांग्रेस और सपा ने भी तैयारी शुरू कर दी है.
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