UP By election 2024: उत्तर प्रदेश की दस विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तैयारियां तेज हो गई है. अक्सर उपचुनावों से दूर रहने वाली बहुजन समाज पार्टी ने भी इस बार सभी दस सीटों पर उतरने का ऐलान किया है. जिसके लिए पार्टी ने काम शुरू कर दियाी है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने सभी सीटों के प्रभारियों से संभावित मजबूत उम्मीदवारों की सूची मांगी है. लेकिन बसपा के लिए ये राह उतनी आसान नहीं है. जिन दस सीटों पर उपचुनाव होना है उन पर पार्टी की स्थिति उतनी अच्छी नहीं रही.
उत्तर प्रदेश की जिन दस सीटों पर चुनाव होना है उनमें करहल, मिल्कीपुर, सीसामऊ, कुंदरकी, गाजियाबाद, फूलपुर, मझवां, कटेहरी, खैर और मीरापुर सीट शामिल हैं. इनमें से नौ सीटें विधायकों के सांसद बनने के बाद ख़ाली हुई हैं जबकि एक सीट सीसामऊ सपा विधायक इरफान सोलंकी को सजा मिलने की वजह से खाली. इन दस सीटों में पांच सीटें सपा, तीन बीजेपी और एक-एक सीट राष्ट्रीय लोकदल और निषाद पार्टी के पास थी. जबकि बसपा को एक भी सीट नहीं मिल पाई थी.
बसपा के लिए उपचुनाव की राह मुश्किल
इन सीटों पर अब तक हुए विधानसभा चुनाव में बसपा दो से तीन सीटों पर ही जीत पाई है. लेकिन, 2012 के बाद जिस तरह से लगातार पार्टी कमजोर होती जा रही है ऐसे में उन सीटों पर भी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है. इन दस सीटों पर पिछले दो चुनाव 2017 और 2022 की बात करें तो बसपा सिर्फ एक कटहरी सीट पर ही 2017 में जीत पाई थी. लेकिन, 2022 में ये सीट भी सपा के खाते में चली गई है.
सपा के पास जो पांच सीटें थी उनमें करहल, मिल्कीपुर, सीसामऊ, कुंदरकी और कटेहरी सीट हैं. करहल विधानसभा सीट पर सपा का दबदबा रहा है. इस सीट से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव विधायक थे. यहां कभी बसपा चुनाव नहीं जीत पाई हैं. पिछले दोनों चुनाव में पार्टी तीसरे स्थान पर रही. इसी तरह मिल्कीपुर सीट से सपा के अवधेश प्रसाद विधायक थे, इस सीट पर भी बसपा 2022 में तीसरे स्थान पर रही और बसपा प्रत्याशी को सिर्फ 14427 वोट ही मिले.
कटहरी सीट पर 2017 में जीती थी बसपा
वहीं सीसामऊ सीट पर भी बसपा का हाथी कभी नहीं चल पाया. पिछले दो चुनाव में भी पार्टी तीसरे स्थान पर रही रही थी. कुंदरकी सीट पर भी सपा का वर्चस्व है. पिछले दो बार से लगातार यहां से सपा के जियाउर रहमान जीतते आ रहे हैं बसपा दोनों बार तीसरे नंबर पर रही. सिर्फ एक ऐसी कटहरी सीट है जिस पर बसपा ने 2017 के चुनाव में कब्जा किया था. लेकिन, 2022 में फिर ये सीट सपा के खाते में चली गई. इस सीट से बसपा पांच बार चुनाव जीत चुकी है.
गाजियाबाद, खैर और फूलपुर सीट पर 2022 में बीजेपी जीती थी. इन तीनों सीटों पर पिछले दो चुनाव में बसपा तीसरे नंबर रही है. 2012 में बसपा गाजियाबाद सीट से चुनाव जीत चुकी है लेकिन पिछले दो बार से यहां बीजेपी का कब्जा है. मिर्ज़ापुर की मझवा सीट इस बार निषाद पार्टी के खाते में गई थी, यहां भी पिछले दोनों चुनाव में बसपा तीसरे नंबर पर रही, हालांकि इस सीट पर बसपा पांच बार चुनाव जीत चुकी है. आख़िरी सीट मीरापुर में रालोद का कब्जा था. इस सीट पर बसपा कभी चुनाव नहीं जीत पाई है. यहाँ भी पार्टी तीसरे नंबर पर रही.
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