UP By-Elections 2024: उत्तर प्रदेश में दस सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले एक बार फिर से सीट बंटवारे पर घमासान होने की संभावना है. इंडिया गठबंधन के तहत राज्य में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का एक साथ चुनाव लड़ना लगभग तय है. लेकिन दस सीटों में से किसके हिस्से में कितनी सीटें जाएंगी अभी तक तय नहीं हो पाया है. दोनों ही दलों के ओर से सीटों को लेकर तमाम तरह के दावे किए जा रहे हैं.
दरअसल, उपचुनाव से पहले सपा के खिलाफ कांग्रेस ने अपने प्रेशर पॉलिटिक्स वाला खेल दिखना शुरू कर दिया है. पार्टी के ओर से जिन सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं उन सीटों पर प्रभारियों के नाम का ऐलान कर प्रेशर पॉलिटिक्स शुरू कर दी गई है. दूसरी ओर सपा ने भी छह सीटों पर अपने प्रभारियों के नाम का ऐलान बीते दिनों किया था, हालांकि उसे पार्टी की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है.
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लोकसभा चुनाव के बाद बदला तेवर
लेकिन दूसरी ओर सपा द्वारा प्रभारियों का नाम तय किए जाने के बाद कांग्रेस द्वारा गठबंधन के तहत पांच सीटों की डिमांड कर दी गई है. बीते लोकसभा चुनाव की सफलता ने यूपी कांग्रेस में नया जोश भर दिया है. पार्टी को उम्मीद से ज्यादा मिली सफलता के बाद इस उपचुनाव में पार्टी और आक्रामक तेवर में नजर आ रही है. बीते चुनाव में कांग्रेस ने 20 सीटों पर दावा किया था, तब गठबंधन के तहत 17 सीटें मिली थी.
कांग्रेस ने राज्य में 17 में से 6 सीटों पर जीत दर्ज की और अब उपचुनाव से पहले फिर से बार अपने जनाधार को खड़ा करने की तैयारी तेज कर रही है. कांग्रेस के लिए इस बार उपचुनाव में फूलपुर, खैर, गाजियाबाद, मझवां और मीरापुर सीट की डिमांड रखी गई है. बीते विधानसभा चुनाव में सपा ने भी सीसामऊ, करहल, कुंदरकी, कटेहरी और मिल्कीपुर सीट पर जीत दर्ज की थी.
यानी देखा जाए तो जिन सीटों पर सपा जीती थी उनको छोड़कर सभी पांच सीट कांग्रेस मांग रही है. लेकिन दूसरी ओर सूत्रों की मानें तो सपा इस गठबंधन के तहत कांग्रेस को केवल दो सीटें ही देने के लिए तैयार है. ऐसे में जानकारों की मानें तो कांग्रेस के हिस्से में चार सीटें जाने की संभावना है. बता दें कि उपचुनाव नवंबर के आसपास होने की संभावना जताई जा रही है.