UP By Election 2024: उत्तर प्रदेश की तमाम विधानसभा सीटों में से एक विधानसभा कानपुर की सीसामऊ सीट तब से चर्चाओं में आ गई जब इस सीट से 4 बार के समाजवादी पार्टी के विधायक हजार इरफान सोलंकी कानूनी पचड़े में फंसकर जेल पहुंच गए. उन्हें 7 साल की सजा सुनाई गई है, जिसके बाद से इस सीट को उपचुनाव के जरिए बीजेपी अपने खाते में डालना चाह रही है, तो वहीं कांग्रेस नेताओं की नजर इस सीट पर टिकी हुई है.
क्योंकि ये सीट 45 प्रतिशत मुस्लिम बाहुल्य वाली सीट है, जहां जीतना बीजेपी के लिए कठिन है. वहीं इरफान की सजा के बाद उनके वकील हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक उनकी सजा पर स्टे लेने की कवायत कर रहे हैं अगर सजा पर स्टे हुआ तो विधायक की विधायकी बच जायेगी वरना उपचुनाव निश्चित है. ऐसे में सपा के तमाम नेताओं और कांग्रेस की इस सीट पर चुनाव लड़ने की मंशा पर सपा के शीर्ष नेतृत्व ने ब्रेक लगा दी है और विधायक की पत्नी नसीम के नाम पर मुहर लगाते हुए तैयारियां तेज करने की बात कही है.
यूपी की 10 सीटों पर होने हैं उपचुनाव
दस सीटों में उपचुनाव होने की चर्चा में कानपुर की सीसामऊ सीट भी शामिल है. क्योंकि यहां से सपा विधायक इरफान सोलंकी विधायक हैं, लेकिन वर्तमान में वो आगजनी के एक मामले में जेल में सजा काट रहे हैं, जिसके बाद इस सीट पर चुनाव लड़ने की मंशा सपा के कई दिग्गज बना चूके हैं.
सीसामऊ सीट से सपा किसे देगी टिकट?
क्योंकि सबको ये मालूम है कि ये सीट सपा की पिछले 6 चुनावों में कोई हिला नहीं सका और यहां सपा अपना झंडा फैराए हुए है, लेकिन इस किलेबंदी को बीजेपी उपचुनाव में तोड़ना चाहती है, लेकिन सपा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कानपुर से सपा के जिलाध्यक्ष गजल महमूद सहित कई नेताओं को पार्टी कार्यालय बुलाकर मीटिंग की ओर ये फैसला लिया कि अगर इरफान की सजा पर स्टे नहीं हुआ तो ये सीट पर होने वाले उपचुनाव में सपा इरफान के परिवार को इस पर चुनाव लड़ाएगी.
सपा इरफान सोलंकी की पत्नी को देगी टिकट?
आखिरी में इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम के नाम पर सहमति जताते हुए अखिलेश ने सभी नेताओं को कानपुर में इस सीट अपर चुनाव लड़ाने के निर्देश दिए और मजबूत करने की बात कही है.
क्या बोले विधायक अमिताभ बाजपेई
कानपुर से सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने बताया कि पार्टी के अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों को लखनऊ बुलाकर चर्चा की गई और इस बात पर मंथन कर फैसला लिया गया है कि इस सीट पर पिछले 6 बार से इरफान के परिवार का कब्जा है.अर्थ हर बार जीत सपा को मिली है, जिसके चलते उनके परिवार के सदस्य को ही ये सीट पर चुनाव लड़ाया जाएगा.
पहली प्राथमिकता में इरफान की पत्नी नसीम सोलंकी हैं. इस बाबत इरफान की पत्नी नसीम अभी अपने पति की सजा पर स्टे के इंतजार में हैं तो उम्मीद है कि कोर्ट से उनके पति की सजा पर स्टे मिल सकता. अगर ये उम्मीद पूरी नहीं हुई तो पार्टी का फैसला और विधायक की इजाजत और निर्देश जो होगा उसे पूरा किया जाएगा.
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