Meerapur ByPolls 2024: मीरापुर विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ा दाव चल दिया है. अखिलेश यादव ने बसपा के उत्तराखंड प्रभारी की बेटी को मीरापुर की रणभूमि में उतारकर बहनजी को घेर लिया. अखिलेश के इस दाव की चर्चा हर तरफ चल रही है. अखिलेश यादव ने मुस्लिम कार्ड खेलकर भी बड़ा संदेश देने का काम किया है. अब अखिलेश के इस दाव की बहनजी क्या काट ढूंढेंगी ये भी देखने वाली बात होगी और रालोद इस सीट पर किसे उतारेगा ये भी बेहद दिलचस्प होगा.


बसपा के उत्तराखंड प्रभारी मुनकाद अली की बेटी हैं सुम्बुल राणा
बसपा के बड़े नेताओं के शुमार और बहनजी के बेहद करीबी पूर्व राज्यसभा सांसद और उत्तराखंडप्रभारी मुनकाद अली की बेटी सुम्बुल राणा हैं. उनका निकाह कद्दावर नेता पूर्व सांसद कादिर राणा के बेटे शाह मौहम्मद राणा के साथ हुआ था. सपा मीरापुर के मैदान में किसे उतारेगी ये सवाल बना हुआ था. हालांकि शुरू से ही टिकट की रेस में पूर्व सांसद कादिर राणा का नाम सबसे आगे चल रहा था. अखिलेश यादव ने राणा खानदार की पूत्रवधु सुम्बल राणा के नाम पर मुहर लगा दी. अखिलेश यादव ने जैसे ही सुम्बुल राणा के नाम का एलान किया वैसे ही चर्चाएं शुरू हो गई कि आखिर हैं कौन, लेकिन कुछ ही देर में तस्वीर साफ हो गई कि कादिर राणा की पुत्रवधु हैं और उसके कुछ देर बाद ये पता चला कि बसपा के बड़े नेता मुनकाद अली की बेटी हैं. बस फिर क्या था सियासी गलियारों में अखिलेश के इस फैंसले की चर्चा होने लगी.


कादिर राणा के परिवार को टिकट देकर अखिलेश ने चला पश्चिमी यूपी में बड़ा दांव
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बड़े मुस्लिम चेहरो में शुमार पूर्व सांसद कादिर राणा का अपना दबदबा है. कादिर राणा विधायक भी रहें हैं और बसपा के टिकट पर मुजफ्फरनगर से सांसद भी बने थे. उनकी मुस्लिमों में बड़ी और मजबूत पकड़ मानी जाती है. अखिलेश यादव ने उनकी पुत्रवधु सुम्बुल राणा को टिकट देकर कादिर राणा परिवार पर भरोसा जताया है. कादिर राणा की पुत्रवधु सुम्बुल राणा के चुनाव मैदान में आ जाने से मीरापुर की सियासी लड़ाई बेहद रोचक हो गई है. मीरापुर के इस सियासी संग्राम पर अब सभी की नजरें टिकीं हैं.


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25 दावेदारों को पछाड़कर टिकट रेस जीती हैं सुम्बुल राणा
मुजफ्फरनगर लोकसभा का हिस्सा मीरापुर सीट पर टिकट घोषित करने के लिए अखिलेश यादव ने लखनउ में बैठक बुलाई थी. मुजफ्फरनगर के तमाम बड़े नेता इस मीटिंग में शामिल हुए थे. ज्यादातर लोगों ने कादिर राणा को टिकट दिए जाने की वकालत की. इसके लिए बड़े-बड़े तर्क दिए गए थे कि रालोद से मुकाबला कादिर राणा मजबूती से करेंगे और चुनाव भी जीतेंगे. करीब 25 नाम इस मीटिंग में रखे गए थे, लेकिन बात कादिर राणा पर आकर रूक गई. अखिलेश यादव ने इशारा भी कर दिया था कि मीरापुर में कादिर राणा को ही टिकट दिया जाएगा, लेकिन अखिलेश यादव एक ऐसा दाव चलने वाले थे, जिसके बारे में किसी को नहीं पता था. वो चौकाने वाला नाम कादिर राणा का नहीं बल्कि उनकी पुत्रवधु सुम्बुल राणा का था. इस नाम की चर्चा इसलिए भी ज्यादा हो रही है क्योंकि सुम्बुल राणा बसपा के बड़े नेता मुनकाद अली की बेटी हैं.


कादिर राणा बोले, अखिलेश यादव का दिल से धन्यवाद, हम जीतेंगे मीरापुर
पूर्व सांसद कादिर राणा ने अपने बेटे शाह मौहम्मद राणा की पत्नी सुम्बुल राणा को मीरापुर उपचुनाव में प्रत्याशी घोषित करने पर कहा कि अखिलेश यादव का दिल से धन्यवाद कि हम पर भरोसा जताया है. पूरी मजबूती से हम चुनाव लड़ेंगे और इंशा अल्लाह जीतेंगे भी. मीरापुर हमारा घर है और घर से कभी कोई निराश नहीं लौटता है. वहां के लोगों का प्यार और भरोसा हमें चुनाव जिताएगा. चुनाव में पूरी ताकत से उतरेंगे और अपने नेता अखिलेश यादव की हर उम्मीद पर खतरा उतरेंगे.