UP ByPolls 2024: उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीट में से नौ पर उपचुनाव की घोषणा के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सहयोगी निषाद पार्टी कम से कम एक सीट पाने के लिए अपना पूरा प्रयास कर रही है. सूत्रों का कहना है कि BJP उन नौ सीट में से आठ पर चुनाव लड़ेगी, जिन पर उपचुनाव हो रहे हैं और केवल मीरापुर सीट अपने सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के लिए छोड़ेगी.


सूत्रों के अनुसार निषाद पार्टी BJP से दो विधानसभा सीट कटेहरी और मझवां मांग रही है. हालांकि BJP की ओर से उसे सकारात्मक जवाब नहीं मिला है. निषाद पार्टी को उम्मीद है कि BJP 'गठबंधन धर्म' का पालन करेगी और उसे कम से कम एक सीट जरूर देगी.


उत्तर प्रदेश की जिन विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं उनमें कटेहरी, करहल, मीरापुर, कुंदरकी, फूलपुर, सीसामऊ, गाजियाबाद, मझवां और खैर शामिल हैं. इनमें से मझवां सीट निषाद पार्टी के पास थी जो उसे साल 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली थी. निषाद पार्टी के विनोद बिंद ने एक लाख से ज्यादा वोट पाकर समाजवादी पार्टी (सपा) के रोहित शुक्ला को हराया था. वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में बिंद भदोही संसदीय क्षेत्र से जीतकर BJP के टिकट पर सांसद बने थे. अब निषाद पार्टी इस सीट पर चुनाव लड़ने पर अड़ी हुई है. राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री एवं निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने कहा, 'मुझे यकीन है कि BJP गठबंधन धर्म का पालन करेगी और हमें गठबंधन में उचित सम्मान मिलेगा.'


अमित शाह का जिक्र कर निषाद ने कहा...
यह पूछे जाने पर कि क्या इस संबंध में BJP नेतृत्व के साथ उनकी कोई सकारात्मक बातचीत हुई है, निषाद ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हम जो चाहते हैं, हमें मिलेगा.’’ निषाद ने कहा, 'आज मैं हरियाणा में (बृहस्पतिवार को होने वाले नायब सिंह सैनी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह) के लिए आया हूं... मैं इस मामले को BJP नेतृत्व के समक्ष उठाऊंगा.'


बुधवार को दिल्ली में BJP के शीर्ष नेताओं से उनकी मुलाकात होने की संभावना है. यह पूछे जाने पर कि क्या वह BJP नेता एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे, निषाद ने कहा कि वह बैठक होने के बाद इसका खुलासा करेंगे.


निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट को छोड़कर प्रदेश की 10 खाली विधानसभा सीट में से नौ पर उपचुनाव की घोषणा की थी. उपचुनाव के लिये मतदान 13 नवंबर को होगा. इनमें से आठ विधानसभा सीट 2022 में उन पर चुने गये विधायकों के लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद खाली हुई है. सीसामऊ सीट के लिये उपचुनाव इसके विधायक इरफान सोलंकी को एक आपराधिक मामले में दोषी ठहराये जाने के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता समाप्त किये जाने के कारण हो रहा है.


वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में पांच सीट सीसामऊ, कटेहरी, करहल, मिल्कीपुर और कुंदरकी सपा ने जीती थीं. BJP ने फूलपुर, गाजियाबाद और खैर सीट पर कब्जा किया था. मझवां सीट पर BJP की सहयोगी निषाद पार्टी ने जीत दर्ज की थी. मीरापुर सीट पर राष्ट्रीय लोकदल (RLD) ने जीत दर्ज की थी.


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RLD के चंदन चौहान ने बिजनौर से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद मुजफ्फरनगर की मीरापुर विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया है. इसी तरह गाजियाबाद विधानसभा सीट BJP के अतुल गर्ग के गाजियाबाद लोकसभा सीट से चुने जाने के बाद रिक्त हुई.


निषाद पार्टी मझवां में तो जीत गई लेकिन कटेहरी में...
निषाद पार्टी के बिंद ने BJP के टिकट पर भदोही से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद मिर्जापुर की मझवां विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था. BJP नेता अनूप सिंह उर्फ अनूप प्रधान बाल्मीकि ने हाथरस लोकसभा सीट से चुने जाने के बाद अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट छोड़ दी थी.


BJP के प्रवीण पटेल ने फूलपुर से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद प्रयागराज की फूलपुर विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था. वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में इन 10 सीट में से BJP ने मझवां और कटेहरी सीट अपनी सहयोगी निषाद पार्टी को दी थी. निषाद पार्टी मझवां में तो जीत गई लेकिन कटेहरी में हार गई थी.


समाजवादी पार्टी पहले ही छह विधानसभा सीट पर अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर चुकी है, जिनमें करहल (मैनपुरी), सीसामऊ (कानपुर नगर), मिल्कीपुर (अयोध्या), कटेहरी (अंबेडकरनगर), फूलपुर (प्रयागराज) और मझवां (मिर्जापुर) शामिल हैं.