UP Politics: यूपी की दस विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में कानपुर की सीसामऊ सीट का नाम शामिल है. उपचुनाव से पहले समाजवादी पार्टी ने बीजेपी को निशाने पर लिया है. बीजेपी जिलाध्यक्ष के जन्मदिन पार्टी में खींची गई एक फोटो वायरल हो रही है जिसमे दावा किया गया था कि उनके बगल में खड़ा शख्स अपराधी है और इस पर कई गंभीर मुकदमे दर्ज है. 


आपको बता दें कि कानपुर की सीसामऊ सीट पर लंबे समय से समाजवादी पार्टी के इरफान सोलंकी का कब्जा रहा है लेकिन कानपुर में एक आगजनी के मुकदमे में उन्हें कोर्ट ने 7 साल की सजा सुना दी. जिसके बाद इस सीट पर उपचुनाव लगभग तय माने जा रहे हैं. विधायक इरफान सोलंकी अपनी विधायकी बचाने के लिए  कानून के जानकारों की मदद से अपनी सजा पर स्टे लेने की कोशिश में है जिससे उनकी विधायकी निरस्त न हो लेकिन अभी तक नतीजा सिफर ही रहा है.


क्या बोले कांग्रेस जिलाध्यक्ष
वहीं बीजेपी नेता इस सीट पर अपना कब्जा करना  चाहते है  और उसके पास इससे अच्छा मौका नहीं है लेकिन कन्नौज सांसद और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को चुनाव मैदान में उतारने का मन बना लिया है. अब बीजेपी सपा के इस किले को धराशाही करना चाहती है लेकिन कानपुर में बीजेपी जिलाध्यक्ष की वायरल फोटो बीजेपी को नुकसान पहुंचा सकती है.


बीजेपी से इस सीट पट लगभग सौ लोगों ने दावेदारी कर रखी है लेकिन न तो अभी चुनाव की तारीखों का ऐलान हुआ और न ही प्रत्याशी का लेकिन हर नेता बीजेपी के टिकट से यहां पाना भाग्य  चमकाना चाहता है. वहीं कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव की तर्ज पर सीसामऊ से एक साथ मैदान उतरने का मन बना रखा है. हालांकि की इस सीट पर सपा का ही लड़ना तय माना जा रहा है. इस सीट पर कांग्रेस ने 20 प्रतिशत अपनी उम्मीद लगा रखी थी. वहीं इस सीट पर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नौशाद आलम मंसूरी ने कहा कि हमारा लक्ष्य सीट जीतना है और ये सीट हमारे पास ही रहेगी हम जिस तरह से लोकसभा में लड़े हैं वैसे ही कांग्रेस भी सपा को ये सीट जिताएगी. जनता जान चुकी है की बीजेपी क्या कर रही है.


बीजेपी नेता ने फोटो पर दी प्रतिक्रिया
जिलाध्यक्ष बीजेपी दीपू पांडे ने बताया कि कुछ लोग फोटो का दुरुपयोग कर पॉलिटिकल माइलेज लेना चाह रहे है. सार्वजनिक कार्यक्रम में आप किसी को आने से रोक नही सकते और कौन आ रहा है इसका भी पता नहीं लगा सकते. न हमे किसी के अपराधी होने की जानकारी थी और न है तमाम लोग पार्टी नेताओं और कार्यक्रम में फोटो खिंचवाते हैं. उनमें से एक ये ही फोटो होगी हम सही है तो हमे इसका कोई फर्क नहीं पड़ता है.


ये भी पढ़ें: Kolkata Rape Case: कोलकता की घटना पर लखनऊ के रेजिडेंट डॉक्टर्स का विरोध, डॉक्टर प्रोटेक्शन सेल बनाने की मांग