UP By Election: उत्तर प्रदेश में दस सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीखे के ऐलान से पहले सूबे की सियासत खूब गरमाई हुई है. पूर्व सांसद प्रवीण निषाद एक बयान ने यूपी का सियासी पारा बढ़ा दिया है. प्रवीण निषाद ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि, मंझवा और कटेहरी सीट पर हमारी तैयारी है. उन्होंने मांग की है कि दोनों ही सीटें निषाद पार्टी को मिलनी चाहिये. अगर ऐसा नहीं होता है तो बीजेपी को इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है. निषाद पार्टी का प्रत्याशी न रहा तो निषाद समाज इसका विरोध करेगा.


उपचुनाव से पहले बीजेपी की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं, पूर्व सांसद प्रवीण निषाद ने उपचुनाव से पहले बड़ा बयान दिया है. जब प्रवीण निषाद से सवाल किया गया कि, चर्चा है कि निषाद पार्टी को न मंझवा मिलेगी न कटेहरी मिलेगी. इस पर उन्होंने कहा कि, निषाद की संख्या बहुत ज्यादा है कटेहरी और मंझवा विधानसभा में और मंझवा के साथ-साथ पूरे प्रदेश में आबादी है 24.75 फीसदी निषाद आबादी है. निश्चित तौर पर इससे नाराजगी होगी और बीजेपी को इसका सामना करना पड़ सकता है. 


तो फिर निषाद समाज NDA का करेगा विरोध
प्रवीण निषाद ने आगे कहा कि, इसलिए हम फूंक फूंक कर कदम उठा रहे हैं कि किस तरीके से हम लोग कटेहरी और मंझवा के साथ उन दसों विधानसभा में जीत सुनिश्चित करें. जब उनसे पूछा गया कि अगर मान लिया जाए कि आपको कटेहरी और मंझवा से सीट नहीं मिलती है तो क्या निषाद समाज इसे लेकर एनडीए का विरोध करेगा, इस पर उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर बीजेपी को इसका विरोध का सामना करना पड़ सकता है. कहा कि, निषाद समाज कहीं भी जा सकता है, लोकसभा चुनाव में एक संविधान और खटाखट के मुद्दे पर जनता भ्रमित हो गई थी जिस वजह से प्रदेश में बड़ी हार का सामना करना पड़ा था. कहा कि, अगर एक भी सीट निषाद पार्टी को नहीं मिलती है तो निषाद समाज के विरोध का सामना करना पड़ सकता है.


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