UP Congress News: उत्तर प्रदेश की दस सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले प्रदेश की सियासत में जबर्दस्त हलचल देखने को मिल रही है. एक तरह जहां लखनऊ में सभी राजनीतिक दलों के दफ्तरों में तैयारियां तेज हैं तो वहीं दूसरी  तरफ कांग्रेस पार्टी नई रणनीति के साथ पूरे दम के साथ जुटी है. कांग्रेस ने लखनऊ छोड़कर अपनी नजरें प्रयागराज में गढ़ाई हुई हैं. पार्टी का पूरा फोकस प्रयागराज मंडल और पूर्वांचल पर है. 


यूपी कांग्रेस के लखनऊ दफ़्तर की बजाय इन दिनों प्रयागराज ऑफिस में हलचल तेज हैं. हाल ही में कांग्रेस प्रदेश कमेंट ने एक बैठक भी बुलाई थी, जिसमें पूर्वी जोन के सारे प्रभारी भी मौजूद थे. दरअसल कांग्रेस ये मानती है कि प्रयागराज मंडल और पूर्वांचल के कुछ इलाके पार्टी का गढ़ रहे हैं. अगर यहां कांग्रेस पूरी ताकत लगाती है जो बीजेपी से लोगों की बढ़ती नाराजगी को अपने पक्ष में किया जा सकता है. 


कांग्रेस ने प्रयागराज पर किया फोकस
कांग्रेस पार्टी ने 24 अगस्त को प्रयागराज में संविधान को लेकर एक बड़ा कार्यक्रम भी रखा है. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी इसमें शामिल हो सकते हैं. कांग्रेस को लगता है कि अगर पार्टी को यूपी में अपना बेस बनाना है तो उसे प्रयागराज जीतना होगा. यहां गांधी परिवार की जड़े भी जुड़ी हुई है. इसलिए पार्टी यहां की दोनों सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है.


एक वक्त था जब कांग्रेस का प्रयागराज, वाराणसी, मिर्जापुर जैसे जिलों में गढ़ हुआ करता था. यहां से पार्टी में कई बड़े नेता रहे हैं. इसलिए पार्टी का पूरा फोकस इस इलाके में है. कांग्रेस ने फूलपुर और मझवां सीट पर तो दावेदारी भी ठोंक दी हैं. फूलपुर से तो इंदिरा गांधी संसदीय चुनाव भी लड़ चुकी है. हालांकि सपा इसके लिए तैयार नहीं है. 


सूत्रों के माने तो सपा मझवां सीट कांग्रेस को दे सकती है लेकिन फूलपुर सीट देने को तैयार नहीं. सपा-कांग्रेस के बीच यहीं पर बात अटकी है. हालाँकि इसे लेकर फाइनल फैसला शीर्ष नेतृत्व की बातचीत में हो सकता है. 


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