(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
यूपी उपचुनाव: मुस्लिमों ने मंच पर BJP प्रत्याशी को पहनाई सऊदी अरब वाला रुमाल और टोपी, खुदा की दिलाई कसम
उत्तर प्रदेश में 9 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में हर सियासी दल अब जीतने के लिए कोई भी सियासी दांव चलने के लिए तैयार है. ऐसा ही कुछ नजारा शनिवार को कुंदरकी में देखने को मिला है.
UP Bypolls 2024: कहा जाता है कि राजनीतिक दल के नेता अपनी सीटों पर जीतने के लिए हर सियासी दांवपेच चलते हैं. ऐसा ही कुछ नजारा शनिवार को भी देखने को मिला, जहां बीजेपी प्रत्याशी को मंच पर मुस्लिमों के बीच टोपी पहननी पड़ी. मुस्लिम विरोध वाली छवि की वजह से विपक्ष के निशाने पर रहने वाली बीजेपी के प्रत्याशी का ऐसा करना अब चर्चा का विषय बन गया है.
कुंदरकी में बीजेपी प्रत्याशी रामवीर सिंह ठाकुर को मुस्लिमों ने मंच पर टोपी पहनाई है. मंच पर बीजेपी प्रत्याशी को सऊदी अरब वाला रुमाल और टोपी पहनाई गई. कुंदरकी सीट पर मुस्लिम वोटों के लिए बीजेपी का यह गंगा जमुनी स्टाइल कहा जा रहा है. उनका कहना है कि विपक्ष पर अल्पसंख्यक तुष्टिकरण का निशाना साधने वाली बीजेपी अब खुद भी उसी ट्रैक पर आ गई है.
रामवीर सिंह ठाकुर को मुस्लिमों ने बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चे के कार्यक्रम में टोपी पहनाई है. वहां सौकड़ों मुस्लिमों के साथ कार्यक्रम में मंच पर यूपी बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष बासित अली और प्रत्याशी रामवीर सिंह ठाकुर मौजूद थे. मुस्लिम बहुल सीट पर बीजेपी के टोपी पहने को मुस्लिम कार्ड के तौर पर देखा जा रहा है.
खुदा की दिलाई कसम
टोपी पहनने के बाद बीजेपी प्रत्याशी ने मुस्लिमों से हाथ उठवा कर बीजेपी को वोट देने के लिए खुदा की कसम (शपथ) दिलाई है. अब इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. उपचुनाव में यह सीट बीजेपी के लिए काफी चुनौती भरी साबित होने वाली है. यहां बीजेपी बीते 33 सालों से कोई चुनाव नहीं जीता है.
यूपी उपचुनाव: 1993 से इस सीट पर BJP को जीत का इंतजार, इस बार फिर पुरानी चुनौती
कुंदरकी सीट पर भाजपा 1993 के बाद कभी नहीं जीती. इसीलिए इस बार उप चुनाव में भूपेंद्र सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा की पूरी टीम इस सीट पर कमल खिलाने के लिए दिन-रात लगी हुई है. चुनावी रण में कुल 11 मुस्लिम प्रत्याशी हैं. बीजेपी ने रामवीर सिंह ठाकुर को प्रत्याशी बनाया है. रामवीर सिंह ठाकुर 1993 के बाद दूसरी बार इस सीट पर बीजेपी को फतह दिलाने लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं.