UP Bypoll 2024: उत्तर प्रदेश की नौ सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. जिसमें बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए और इंडिया गठबंधन में सीधा मुकाबला दिखाई दे रहा है लेकिन, इस बार बहुजन समाज पार्टी ने भी उपचुनाव लड़ने का ऐलान किया है. बसपा अकेले ही चुनाव मैदान है. बसपा ने जातीय समीकरण के हिसाब से उम्मीदवार भी तय कर लिए हैं हालांकि उनका ऐलान नहीं किया है. बसपा के सामने खाता खोलने की चुनौती है. 


यूपी विधानसभा चुनाव में बसपा को सिर्फ एक ही सीट मिली थी, जबकि चार महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में बसपा का खाता भी नहीं खुल सका है. जिसके बाद मायावती एक बार फिर से पार्टी को जमीन स्तर पर मजबूत करने में जुट गई हैं. उपचुनाव में बेहतर प्रदर्शन के लिए बसपा के नेशनल कॉअर्डिनेटर आकाश आनंद को अहम जिम्मेदारी दी गई है. वो पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करते दिखाई देंगे. 


बसपा के सामने खाता खोलने की चुनौती
यूपी में जिन नौ सीटों पर उपचुनाव होना है उनमें चार सपा, तीन बीजेपी और एक-एक सीट रालोद और निषाद पार्टी के पास थी. बसपा इनमें से एक भी सीट पर 2022 के चुनाव में जीत नहीं पाई थी. यही नहीं पिछले कुछ चुनावों में बसपा के जनाधार में भी कमी आई है. ऐसे में बसपा उपचुनाव खाता खोल पाएगी ये कहना मुश्किल हैं. वो भी तब जब बसपा ने एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों ही गठबंधनों से दूरी बनाने का ऐलान किया है. 


मायावती अभी से 2027 के चुनावों की तैयारी में जुटी है. ऐसे में पार्टी की कोशिश है कि उपचुनाव में सीट जीतकर पार्टी कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाया जा सके ताकि बसपा के पक्ष में माहौल तैयार हो सके. पिछले कुछ समय में बसपा ने पार्टी संगठन में कई बड़े बदलाव भी किए हैं. जिसके बाद हर सीट पर जातीय समीकरण के हिसाब से उम्मीदवारों का चयन कर लिया गया है जल्द ही बसपा सूची जारी सकती है. 


बता दें कि यूपी की करहल, सीसामऊ, कुंदरकी, गाजियाबाद, फूलपुर, मझवां, कटेहरी, खैर और मीरापुर समेत 9 सीटों पर उपचुनाव होना है. 13 नवंबर को इन सीटों पर वोटिंग होगी और 23 नवंबर को नतीजे आ जाएंगे.  


Free Cylinder: दिवाली पर चाहिए मुफ्त सिलेंडर तो ये शर्त करनी होगी पूरी, वरना नहीं मिलेगा फायदा