Meerapur By-Election 2024: उत्तर प्रदेश की नौ सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए नामांकन शुरु हो गया है. 25 अक्टूबर को पर्चा भरने की आखिरी तारीख लेकिन जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोकदल ने अब तक मीरापुर विधानसभा सीट पर अपने प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है. सूत्रों की माने तो रालोद इस सीट पर अपना उम्मीदवार का नाम फाइनल नहीं कर पाई है. रालोद इस सीट पर तमाम जातीय समीकरणों को ध्यान में रखकर नए चेहरे पर दांव चलना चाहती है. 


यूपी उपचुनाव में बीजेपी ने रालोद को एक मीरापुर सीट दी है. ऐसे में इस सीट को लेकर पार्टी में दावेदार टिकट पाने के लिए अपना पूरा जोर लगा रहे हैं. इनमें कुछ रालोद के पुराने चेहरे है तो वहीं कई नए चेहरे भी इस रेस में शामिल बताए जा रहे हैं.  इस सीट पर जाट, गुर्जर और मुस्लिम आबादी निर्णायक भूमिका निभाती है. माना जा रहा है कि जयंत इस सीट से किसी मुस्लिम प्रत्याशी पर भी दांव लगा सकते हैं. 


उम्मीदवार के नाम पर मंथन
यूपी उपचुनाव में रालोद ने मीरापुर और खैर दो सीटों पर दावेदारी की थी लेकिन बीजेपी एक ही सीट देने पर राजी हुई. 2022 के विधानसभा चुनाव में रालोद ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी. हालांकि ये चुनाव उन्होंने समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर लड़ा था. इस सीट से रालोद के चंदन चौहान चुनाव जीते थे. लेकिन, उनके सांसद बनने के बाद ये सीट खाली हुई, जिसके बाद अब इस पर चुनाव होना है.


इस बार रालोद बीजेपी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है ऐसे में पार्टी में जीत उम्मीद के चलते दावेदारों की संख्या भी ज्यादा है. पूर्व विधायक और वर्तमान में सांसद चंदन चौहान भी इस सीट पर अपने करीबी को टिकट दिलाने के लिए जोर लगा रहे हैं. 


बता दें कि मीरापुर सीट से समाजवादी पार्टी ने पूर्व सांसद क़ादिर राणा की पुत्रवधू सुंबुल राणा को उम्मीदवार बनाया है. सुंबुल राणा बसपा के कद्दावर नेता और पूर्व सांसद मुनकाद अली की बेटी हैं. वहीं बहुजन समाज पार्टी ने इस सीट से विधानसभा प्रभारी शाहनजर को उम्मीदवार बनाया है तो आज़ाद समाज पार्टी ने भी मुस्लिम प्रत्याशी ज़ाहिद हुसैन पर ही दांव चली है. मीरापुर सीट पर 13 नवंबर को वोटिंग होंगी और 23 नवंबर को नतीजे आएंगे. 


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