UP Bypoll Election 2024: उत्तर प्रदेश की नौ सीटों पर उपचुनाव से पहले समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच पेंच फंसता दिख रहा है. सूत्रों के मुताबिक सपा ने कांग्रेस को दो सीटें ऑफर की है जिस पर कांग्रेस पार्टी की ओर से कड़ा रुख अपनाया गया है. कांग्रेस दो सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार नही हैं. एबीपी न्यूज से फोन पर हुई बातचीत में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि वो पांच से कम सीटों पर मानेंगे.
समाजवादी पार्टी ने नौ में से सात सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए हैं, सपा ने खैर और गाजियाबाद सीट कांग्रेस के लिए छोड़ी हैं. जिसे लेकर कांग्रेस पार्टी में नाराजगी देखने को मिल रही है. दावा है कि अगर कांग्रेस को दो से ज़्यादा सीटें नहीं दी गई तो वो उपचुनाव से दूरी बना सकती है. यहीं नहीं कांग्रेस कार्यकर्ता चुनाव में सपा के समर्थन में प्रचार भी नहीं करेंगे.
उपचुनाव से दूरी बना सकती है कांग्रेस
अजय राय ने एबीपी न्यूज से कहा कि वो पांच कम सीटों पर समझौता नहीं करेंगे. हमने इस संबंध में हाईकमान को प्रस्ताव भेजा है. जिसमें कहा है कि हम भाजपा और उसके सहयोगियों की जीती सीटें मांग रहे हैं. जो सीटें पहले सपा के खाते में थी उनकी मांग नहीं की गई है. कांग्रेस पार्टी किसी दबाव में नहीं झुकेगी, पार्टी को खड़ा करने के लिए पांच सीटें चाहिए, नहीं तो किसी भी सीट पर नहीं लड़ेंगे और ना चुनाव प्रचार करेंगे, ना सहयोग करेंगे.
अजय राय ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस पार्टी को विश्वास में लिए बिना अपने सात उम्म्मीदवारों की घोषणा कर दी है. ये गठबंधन धर्म के खिलाफ है. यूपी में कांग्रेस की अवहेलना करना ठीक नहीं है. समाजवादी पार्टी गठबंधन धर्म का पालन नहीं कर रही है. बीजेपी से अकेले मुकाबला करना सपा के लिए आसान नहीं होगा. लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी जी की भी भूमिका थी. जिसकी वजह से यूपी में बीजेपी के विजयी रथ को रोका जा सका.
कांग्रेस हाईकमान को भेजा प्रस्ताव
अजय राय ने कहा कि सपा, कांग्रेस पार्टी को हल्के में ना ले. बिना सम्मानित सीटें पाये गठबंधन को कांग्रेस के कार्यकर्ताओँ का सहयोग नहीं मिलेगा. उप चुनाव में सीटों के बंटवारे का असर 2027 के चुनावी गठबंधन पर भी पड़ेगा. समाजवादी पार्टी को ये सोचना पड़ेगा. कांग्रेस यूपी में सपा की मोहताज नहीं है. उन्होंने हाईकमान से अपील की कि इस बारे में सपा प्रमुख अखिलेश यादव से बात की जाए.
बता दें कि यूपी की नौ सीटों करहल, सीसामऊ, कुंदरकी, गाजियाबाद, फूलपुर, मझवां, कटेहरी, खैर और मीरापुर में उपचुनाव की तारीख का ऐलान हो गया है. 25 अक्टूबर नामांकन की आखिरी तारीख है और सपा-कांग्रेस में अभी तक सीटों को लेकर फाइनल बातचीत नहीं हो पाई है. सूत्रों की माने तो सपा कांग्रेस को गाजियाबाद और खैर सीटें देने के ही मूड में है जिसे लेकर दोनों दलों के बीच तनाव बढ़ गया है.
बहराइच हिंसा पर रामगोपाल मिश्रा से जुड़े बयान पर नूपुर शर्मा ने मांगी माफी, कहा- 'जो सुना था..'