UP Bypoll: यूपी उपचुनाव की वोटिंग खत्म, मैनपुरी में 54.37, खतौली में 56.46 और रामपुर में 33% हुआ मतदान
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश की रामपुर और खतौली विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान खत्म हो गया. निर्वाचित अधिकारी ने बताया कि सभी मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्वक मतदान संपन्न हुआ.
UP By-election 2022: उत्तर प्रदेश की रामपुर और खतौली विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान खत्म हो गया. इसके अलावा मैनपुरी लोकसभा सीट पर भी उपचुनाव खत्म हो गया. निर्वाचित अधिकारी नरेंद्र बहादुर ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्वक मतदान संपन्न हुआ. खतौली विधानसभा उपचुनाव में वोटिंग खत्म हुई वहां कुल 56.46 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. वहीं शाम पांच बजे तक यहां 54.5 फीसदी वोटिंग हुई थी.
वहीं रामपुर सदर विधानसभा पर कुल 33 फीसदी ही मतदान हुआ. जबकि शाम पांच बजे तक रामपुर में केवल 31.22 फीसदी मतदान हुआ था. चुनाव आयोग के अनुसार शाम 6 बजे तक मैनपुरी लोकसभा सीट पर 54.37 फीसदी मतदान हुआ. बता दें यहां मैनपुरी विधान सभा में 53.2 फीसदी, भोगांव विधानसभा में 51.20 फीसदी, किशनी विधानसभा में 55 फीसदी, करहल विधानसभा में 54.2 फीसदी और जसवन्तनगर विधानसभा में 58.27 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई.
पार्टियां एक-दूसरे पर लगा रही आरोप
इस उपचुनाव के दोनों प्रमुख दावेदार बीजेपी और समाजवादी पार्टी एक दूसरे पर चुनावी प्रक्रिया में खलल डालने सहित अन्य कई आरोप लगा रहे हैं. इन उपचुनावों में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और विपक्षी दलों समाजवादी पार्टी (सपा) और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस ने इन उपचुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं. बता दें कि बीजेपी और सपा दोनों ने ही मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ल से मुलाकात कर उपचुनावों में धांधली का आरोप लगाया. सपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पुलिस बल के कथित दुरुपयोग का आरोप लगाया और यह भी कहा कि चुनाव ड्यूटी पर तैनात अधिकारी मतदाताओं को, खासकर रामपुर में, वोट डालने से रोक रहे हैं.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पुलिस और प्रशासन पर रामपुर विधानसभा उपचुनाव के दौरान मतदाताओं को वोट डालने से रोकने का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव आयोग इससे जुड़ी शिकायतों को नजरअंदाज कर रहा है. रामपुर सदर विधानसभा क्षेत्र अरसे से समाजवादी पार्टी का गढ़ रहा है. लिहाजा इस सीट के उपचुनाव के परिणाम का पार्टी पर दूरगामी प्रभाव होगा. हालांकि इन उपचुनावों का केंद्र और प्रदेश की बीजेपी सरकारों पर कोई असर नहीं होगा क्योंकि दोनों ही जगह बीजेपी के पास पूर्ण बहुमत से ज्यादा का संख्या बल है।