UP ByPolls 2024: लोकसभा के चुनाव में पीएम मोदी ने एक रोड शो कानपुर लोकसभा में किया था. जिसकी शुरुआत सिख धार्मिक स्थल और सिक्ख मतदाताओं को जोड़ते हुए की थी. जिसमें बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में कानपुर सीट पर जीत दर्ज की थी. बीजेपी सीसामऊ उपचुनाव में भी उसी तर्ज पर जीत दर्ज करने की कवायत करती दिख रही है. सीसामऊ सीट बीजेपी के लिए नाक की बात बनी हुई है. यहां वो जीत दर्ज कर अपने पुराने और अधूरे सपने को साकार करना चाहती है.


इसके लिए सिक्ख समुदाय के लगभग 17 हजार मतदाताओं को अपने साथ जोड़ने की कोशिश लगातार हो रही है. पिछले चुनाव में 12 हजार वोटों के अंतर के लिए बीजेपी छोटे छोटे समुदाय वाले कई अलग अलग वर्गों के मतदाताओं को जोड़कर इस सीट पर जीत का झंडा फ़ैरना चाहती है. आज बीजेपी के मंत्री सुरेश खन्ना और कानपुर बुंदेलखंड के अध्यक्ष प्रकाश पाल ने सिक्ख समुदाय के लोगों के साथ एक बड़ी जनसभा की. इसमें सैकड़ों की संख्या में सिक्ख मतदाता मौजूद रहे.


'कांग्रेस की सरकार में सिखों पर किया गया था अत्याचार'
बीजेपी इस उपचुनाव में पुराने ज़ख्मों पर मरहम लगाकर सिख मतदाताओं को अपने पाले में करना चाहती है. इसके लिए बीजेपी नेताओं ने एक जनसभा का आयोजन किया. ये आयोजन सिख बाहुल क्षेत्र दर्शन पुरवा में किया गया. इसमें बीजेपी ने सिक्ख मतदाताओं के समाने साल 1984 के दर्द को सिक्खों के सामने रखा और उससे जुड़े हुए विरोध और अत्याचार की उन्हें याद भी दिलाई और बताया कि कैसे कांग्रेस की सरकार में सिक्खों के साथ अत्याचार किया गया था. अगर ये समुदाय इंडिया गठबंधन में मौजूद कांग्रेस का चेहरा देख कर सपा प्रत्याशी को वोट करेंगे तो उनका इतिहास दोबारा दोहराया जा सकता है.


अब देखना होगा कि कांग्रेस से जुड़े दर्द को याद कर इंडिया गठबंधन की प्रत्याशी नसीम को सिक्ख समर्थन मिलता है या बीजेपी के साथ सिक्ख समुदाय जीत की सीढ़ी बन जीत के मुकाम पर पहुंचाते हैं. अगर बीजेपी ने इस सीट पर जीत दर्ज की तो वो अपने सपने को साकार होते हुए देखेगी. हालांकि इस कयास पर मुहर अंतिम तौर पर 23 नवंबर को दी लगेगी लेकिन उससे पहले वोटिंग प्रतिशत पर मतदाताओं की भीड़ के साथ पोलिंग बूथों पर पढ़ने वाले मतदान को देखना होगा.


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