यूपी उपचुनाव में जयंत चौधरी के फैसले ने RLD के नेताओं को दिया झटका! 24 से ज्यादा नेताओं की टूटी उम्मीद?
Jayant Chaudhary ने बीजेपी की कार्यकर्ता को मीरापुर विधानसभा सीट पर प्रत्याशी घोषित करके सभी को चौंका दिया. दो दर्जन से ज्यादा नेताओं की उम्मीदों को झटका लगा है.
UP Bypolls 2024: यूपी विधानसभा उपचुनाव को लेकर बीजेपी के लिस्ट जारी करने के कुछ ही घंटे बाद सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकदल ने भी अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है. आरएलडी मुखिया और केन्द्रीय राज्यमंत्री जयंत चौधरी ने बीजेपी नेता और पूर्व विधायक मिथलेश पाल को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है. जयंत चौधरी का ये फैंसला वाकई चौकाने वाला है और इससे आरएलडी के नेताओं के हाथ मायूसी लगी है.
बीजेपी की नेता मिथलेश पालं
जयंत चौधरी ने बीजेपी की कार्यकर्ता मिथलेश पाल को मीरापुर विधानसभा सीट पर प्रत्याशी घोषित करके सभी को चौंका दिया. मिथलेश पाल बीजेपी से हैं, लेकिन वो आरएलडी के सिंबल पर चुनाव लडेंगी. यूपी की जिन नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहा है, उनमें मीरापुर सीट आरएलडी के लिए छोड़ी गई. आरएलडी मुखिया जयंत चौधरी ने आरएलडी के नेताओं की फौज को दरकिनार करके बीजेपी नेता मिथलेश पाल को टिकट दे दिया. मिथलेश पाल अब आरएलडी की सदस्यता ग्रहण करेंगी और उसके बाद आरएलडी के सिंबल पर चुनाव लडेंगी.
कौन हैं मिथलेश पाल?
मीरापुर में केन्द्रीय राज्यमंत्री जयंत चौधरी ने जिन मिथलेश पाल को टिकट दिया है आखिर वो हैं कौन. ये भी जानना बेहद जरूरी है. मिथलेश पाल मुजफ्फरनगर की ड्रीम सिटी कॉलोनी में रहती हैं. 1995 में अपने करियर की शुरूआत जिला पंचायत सदस्य के तौर पर की थी. उसके बाद 2009 में मोरना विधानसभा सीट से विधायक बनी थी. मोरना सीट ही अब मीरापुर सीट के नाम से जानी जाती है. मोरना सीट से विधायक रहे कादिर राणा के मुजफ्फरनगर से सांसद बनने के बाद 2009 में ये सीट रिक्त हुई थी और यहां उपचुनाव हुआ था, जिसमें मिथलेश पाल ने बसपा के नूरसलीम राणा को चुनाव हराकर सियासी जंग जीती थी. 2012 में समाजवादी पाटी में शामिल हो गई थी, लेकिन टिकट न मिलने के बाद सपा को अलविदा कह दिया था और तभी से बीजेपी में हैं. पूर्व विधायक मिथलेश पाल के पति अमर नाथ सरकारी नौकरी से वीआरएस लेकर आ गए थे.
सांसद चंदन चौहान की पत्नी भी टिकट की रेस में पिछड़ी
मुजफ्फरनगर की मीरापुर विधानसभा सीट पर आरएलडी ने मिथलेश पाल को प्रत्याशी घोषित कर दिया. जयंत के इस फैंसले को लेकर तरह तरह की चर्चाएं हो रही हैं. टिकट की रेस में आएलडी के कई बड़े नेता शामिल थे, लेकिन सभी को जयंत चौधरी ने झटका दे दिया. बिजनौर लोकसभा से सांसद चंदन चौहान की पत्नी यशिका सिंह भी टिकट की रेस में आगे चल रही थी, लेकिन टिकट की रेस में आखिर में वो पिछड़ गई. मुजफ्फरनगर के रालोद के जिलाध्यक्ष संदीप मलिक, प्रदेश महासचिव रामनिवास पाल, प्रदेश संगठन महामंत्री अजीत राठी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रमा नागर, जिला पंचायत सदस्य संजय राठी, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रभात तोमर सहित दो दर्जन से ज्यादा लोग टिकट के दावेदार थे, लेकिन सभी को जयंत चौधरी ने बड़ा झटका दे दिया.
कल पर्चा भरेंगी रालोद की प्रत्याशी मिथलेश पाल
मीरापुर में आरएलडी ने बीजेपी की नेता मिथलेश पाल को टिकट दे दिया है. मिथलेश पाल 25 अक्टूबर शुक्रवार को मीरापुर विधानसभा सीट के लिए नामांकन करेंगी. 25 अक्टूबर नामांकन की आखिरी तारीख है. इस दौरान कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार, उर्जा राज्य मंत्री डा. सोमेन्द्र तोमर, वन राज्यमंत्री केपी मलिक, आरएलडी बीजेपी गठबंधन के कई बड़े नेता भी नामांकन में मौजूद रहेंगे. बता दें कि मीरापुर में समाजवादी पार्टी ने पूर्व सांसद कादिर राणा की पुत्रवधु सुम्बुल राणा को टिकट दिया है. बसपा ने यहां से शाह नजर और आजाद समाज पार्टी जाहिद हसन को मैदान में उतारा है, जबकि एआईएमआईएम ने अरशद राणा को प्रत्याशी घोषित किया है.
आरएलडी और बीजेपी के नेताओं ने क्या कहा?
बीजेपी नेता मिथलेश पाल को आरएलडी से टिकट मिलने पर जब हमने कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार से बात की तो उन्होंने कहा कि उनका चयन एनडीए के प्रत्याशी के तौर पर किया गया है. हमारे और बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने फैंसला लिया है और वो बीजेपी से हैं तो क्या हुआ हमारे गठबंधन की साथी हैं. पिछड़े वर्ग की महिला को टिकट दिया गया है और पूर्व में आरएलडी से विधायक रहीं हैं. हम मीरापुर अच्छे वोटों के अंतर से जीतेंगे. बीजेपी जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी से बात की तो उन्होंने कहा कि हमारा आरएलडी से गठबंधन है, मिथलेश जी हमारी सक्रिय कार्यकर्ता हैं, लेकिन अब तो वो आरएलडी से चुनाव लडेंगी, हमारा फोकस चुनाव पर है कि कैसे जीतना है और बीजेपी और आरएलडी गठबधंन से कैसे नई उंचाइयों को छुए.