Meerapur ByPolls: 'बीजेपी का बूथ सबसे मजबूत' बीजेपी अपने इसी बूथ मैनेजमेंट के सहारे जीत की कहानी लिखती है. पश्चिमी यूपी की मीरापुर विधानसभा के उपचुनाव में जीत की कहानी लिखने के लिए कमान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने अपने हाथ में ले ली है. बूथ को मजबूत और बूथ से जीत का सफर आसान बनाने का मंत्र भूपेन्द्र चौधरी दे गए. ये मंत्र बीजेपी ही नहीं आरएलडी के नेताओं को भी दिया गया. सबको कह दिया गया है कि हर घर की कुंडी खटखटानी है और हर घर की चौखट पर वोट मांगनी है, इससे जीत का बड़ा और आसान रास्ता कोई नहीं हो सकता है.


बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी बूथ मैनेजमेंट कितना मजबूत है, इसकी क्लास लेने मीरापुर पहुंचे थे. बीजेपी के क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेन्द्र सिसौदिया मंच से शक्ति केन्द्र के पालकों का नाम पुकार रहे थे, उनसे संयोजक और बूथ अध्यक्षों के साथ बूथों की संख्या पूछी जा रही थी. कई शक्ति केन्द्र पालक इस क्लास में फेल नजर आ रहे थे, कोई डायरी में देखकर बोल रहा था तो किसी को बूथ अध्यक्षों का नाम ही नहीं पता था. 


ग्राउंड जीरों पर ये हकीकत चौकाने वाली थी, क्योंकि जिन शक्ति केन्द्र के पालकों की बड़ी जिम्मेदारी है यदि वो ही लापरवाह रहेंगे तो क्या होगा. हालांकि कुछ शक्ति केन्द के पालक बूथों की संख्या, बूथ अध्यक्षों की संख्या, उनके नाम आसानी से बता पाए तो उनका तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत कराया गया. बाकी को निर्देश दिए गए कि वक्ल कम है पूरा होमवर्क कर लें.


पार्टी नेताओं के सामने रखा केन्द्र और राज्य सरकार का रिपोर्ट कार्ड
बीजेपी और आरएलडी के कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाने के लिए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने बूथ अध्यक्ष सम्मेलन में केन्द्र और राज्य सरकार का रिपोर्ट कार्ड सामने रखा. बताया कि कैसे यूपी अब हाइवे वाला राज्य बन गया है. कैसे पुरानी सरकारें चीनी मिल बेचती थी और अब योगी की सरकार चीनी मिल लगा रही है या फिर उनकी क्षमतावृद्धि कर रही है.


केन्द्र में तीसरी बार मोदी सरकार बनने पर उन्होंने बताया कि 1962 के बाद ये पहला मौका है कि जब नरेन्द्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं. तेलंगाना, केरल, कर्नाटक सहित साउथ के कई राज्यों में बीजेपी की ग्राउंड रिर्पाट भी सामने रखी और यूपी के विकास की रफ्तार पकड़ने का पूरा खाका भी कि योगी सरकार आने के बाद यूपी कितना बदला है.


मीरापुर में आरएलडी और बीजेपी गठबंधन की भी अग्नि परीक्षा है. रालोद ने यहां से मिथलेश पाल को चुनाव मैदान में उतारा है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने मिथलेश पाल के पक्ष में माहौल बनाने की की पूरी कोशिश और इसके लिए उन्होंने समाजवादी पार्टी को निशाने पर लिया. बोले काठ की हांडी बार-बार नहीं पकड़ी है. समाजवादी पार्टी का एजेंडा जातिवादी और परिवारवादी है, जबकि बीजेपी राष्ट्रवादी पार्टी है. जनता को सब कुछ समझ में आता है कि आखिर किसे वोट देनी है और किसे नहीं.


सपा-कांगेस गठबंधन पर कसा तंज
लोकसभा चुनाव में सपा-कांग्रेस गठबंधन ने भले ही उम्मीद से ज्यादा नतीजे लाकर सबको चौकाया और पश्चिमी यूपी में बीजेपी को नुकसान पहुंचाया, लेकिन यूपी उपचुनाव में स्थिति बदली हुई नजर आ रही है. कांग्रेस को एक भी सीट न मिलने पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने सपा-कांग्रेस गठबंधन पर तंज कसा और कहा कि साइकिल पर कांग्रेस का हाथ नहीं है अब और कांग्रेस अलग हो गई है. 


समाजवादी पार्टी का दृष्टिकोण अलग-अलग पार्टी से गठबंधन करने का जो है. उन्होंने कहा कि रालोद और बीजेपी के कार्यकर्ता घर-घर जाएं और सरकार की उपब्धियां गिनाएं. इस बूथ अध्यक्ष सम्मेलन में ऊर्जा राज्य मंत्री डॉक्टर सोमेंद्र तोमर, वन राज्यमंत्री केपी मलिक, रालोद के क्षेत्रीय अध्यक्ष योगेंद्र चेयरमैन और रालोद के जिलाध्यक्ष संदीप मलिक सहित बीजेपी रालोद के कई नेता शामिल रहे.


ये भी पढे़ं: 'सुना है किसी बड़े पुलिस अधिकारी को...' योगी कैबिनेट के फैसले पर अखिलेश यादव ने कसा तंज