UP ByPolls 2024: उत्तर प्रदेश में उपचुनाव के लिए समाजवाद पार्टी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बीच कथित तौर पर दरार पड़ गई है. दावा है कि सपा से कांग्रेस पांच सीटें मांग रही है. वहीं सपा ने सात सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर चुकी है. घटनाक्रम से वाकिफ सूत्रों का दावा है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, यूपी में उपचुनाव नहीं लड़ेगी. कांग्रेस का कहना है कि वह यूपी में सभी 9 सीटें सपा के लिए छोड़ देगी. अब ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या कांग्रेस ने यूपी का रण छोड़ दिया है?
हालांकि जानकारों का दावा है कि यूपी का रण छोड़कर भी कांग्रेस फायदे में रहेगी. सूत्रों के अनुसार कांग्रेस जल्द ही यूपी में एक भी सीट पर चुनाव न लड़ने का फैसला कर के सपा को दबाव में ले आएगी. दरअसल, सपा महाराष्ट्र में 12 सीटों की मांग कर रही है.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कन्नौज सांसद अखिलेश यादव ने करहल में सोमवार को पत्रकारों से कहा कि जिन सीटों पर पार्टी का जनाधार मजबूत है, उन सीटों पर दावा किया गया है. पार्टी ने 12 सीटों की डिमांड की है. इतना ही नहीं पांच सीटों पर अखिलेश की पार्टी ने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है.
सपा का दबाव काम करने के लिए कांग्रेस...
सपा के इस कदम से कांग्रेस सकते में है. माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में सपा का दबाव काम करने के लिए कांग्रेस यूपी का रण छोड़ सकती है. इसके जरिए वह संदेश देने की कोशिश करेगी कि अगर उसने यूपी में चुनाव नहीं लड़ा तो अखिलेश और सपा भी महाराष्ट्र में दखल न दें. ऐसे में कांग्रेस, सपा पर यूपी में चुनाव न लड़ने के रास्ते महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग पर असर डालने की जुगत में है.
समाजवादी द्वारा यूपी में 7 सीट और महाराष्ट्र में 5 सीटों पर प्रत्याशियों के ऐलान पर यूपी कांग्रेस चीफ अजय राय ने भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय नेतृत्व तय कर रहा है कि किसको कितनी सीटें देनी है हम लोग पूरी ताकत से संगठन को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं.
उधर, राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी कांग्रेस गठबंधन के साथ ही उत्तर प्रदेश उपचुनाव लड़ेंगे और दो सीटों पर ही कांग्रेस चुनाव लड़ेगी ऐसी उन्हें उम्मीद है और उन्होंने कहा कि जो कांग्रेस गठबंधन के साथ चुनाव न लड़ने की अटकलें लगाई जा रही हैं वह पूरी तरह से गलत है .
'हमको हल्के में न लें...'
उत्तर प्रदेश में 9 सीट पर उप चुनाव होने हैं कांग्रेस समाजवादी पार्टी से 5 सीट मांग रही है. कांग्रेस का कहना है कि 5 सीटों से कम पर समझौता नहीं होगा. कांग्रेस का दावा है कि सपा हमें हल्के में ना ले. हम सपा के मोहताज नहीं हैं.
कांग्रेस सपा से फूलपुर ,मंझवा ,गाजियाबाद सदर ,मीरापुर और खैर सीट मांग रही है. इसमें सपा ने सिर्फ गाजियाबाद और खैर पर ही प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है. इन सबके बीच कांग्रेस से मतभेद की खबरों पर अखिलेश यादव ने कहा कि हमारा गठबंधन है और कोई नाराजगी नहीं. हम मिलकर चुनाव लड़ेंगे.
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस यूपी में सपा के साथ जो स्मार्टगेम खेलने की कोशिश कर रही है क्या उसका महाराष्ट्र में अखिलेश यादव की मांग पर पड़ेगा या नहीं. क्या यूपी में उपचुनाव का रण छोड़ते हुए भी कांग्रेस, सपा के साथ उसी तत्परता के साथ प्रचार में साथ उतरेगी, जैसा लोकसभा चुनाव में था. इस सवाल का जवाब भी समय के गर्भ में है.