UP By Polls 2024: उत्तर प्रदेश में 10 सीटों के उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने 6 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. अब सवाल उठ रहे हैं कि 10 में से 5 सीटों पर चुनाव लड़ने की उम्मीद पाले बैठी कांग्रेस कितने क्षेत्रों में चुनाव लड़ेगी? अब सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस को गाजियाबाद और खैर सीट ही देना चाहती है. वहीं कांग्रेस की मांग थी कि उसे वह सीटें दी जाएं जिन पर बीजेपी के विधायकों ने जीत दर्ज की थी.


समाजवादी पार्टी (सपा) ने उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिये छह सीटों पर बुधवार को अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया.पार्टी ने सीसामऊ सीट पर निवर्तमान विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को टिकट दिया है. वहीं, मिल्कीपुर सीट पर फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को उम्मीदवार बनाया गया है.सपा द्वारा अपने आधिकारिक 'एक्स' हैंडल पर पोस्ट की गयी सूची के मुताबिक, करहल सीट पर पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव को उम्मीदवार बनाया गया है.


वर्ष 2022 में यह सीट सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जीती थी लेकिन इस साल हुए लोकसभा चुनाव में कन्नौज सीट से सांसद चुने जाने के चलते उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. लिहाजा अब इस सीट पर उपचुनाव होगा. इसके अलावा, सपा ने सीसामऊ सीट पर निवर्तमान विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को टिकट दिया है. एक आपराधिक मामले में सजा सुनाये जाने के कारण इरफान की सदस्यता खत्म किये जाने की वजह से यह सीट रिक्त हुई है.


हरियाणा में सपा को एक भी सीट नहीं
अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर सपा ने फैजाबाद सीट से पार्टी सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है. यह सीट अवधेश प्रसाद के सांसद बनने के बाद विधानसभा से इस्तीफा दिये जाने के कारण खाली हुई है. सपा ने इसके अलावा फूलपुर सीट से मुस्तफा सिद्दीकी, कटेहरी से शोभावती वर्मा और मझवां से डॉक्टर ज्योति बिंद को उम्मीदवार बनाया है. प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों कटेहरी (अंबेडकर नगर), करहल (मैनपुरी), मिल्कीपुर (अयोध्या), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), गाजियाबाद, मझवां (मिर्जापुर), सीसामऊ (कानपुर नगर), खैर (अलीगढ़), फूलपुर (प्रयागराज) और कुंदरकी (मुरादाबाद) पर उपचुनाव होने हैं.


इनमें से नौ सीटें उसके विधायकों के लोकसभा चुनाव में सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई थीं. सीसामऊ सीट पर, सपा विधायक इरफान सोलंकी को आपराधिक मामले में दोषी ठहराए जाने के कारण उपचुनाव हो रहे हैं. विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) के प्रमुख घटक दल सपा ने कहा है कि वह गठबंधन की अपनी सहयोगी कांग्रेस पार्टी के साथ मिलकर उपचुनाव लड़ेगी. कांग्रेस उपचुनाव से गुजरने जा रही पांच सीटों पर दावेदारी कर रही है. हालांकि उसने हरियाणा विधानसभा चुनाव में सपा को एक भी सीट नहीं दी थी


हरियाणा में कांग्रेस की हार के बाद यूपी में भी सपा ने दिया बड़ा झटका, अखिलेश यादव ने लिया अहम फैसला