UP By-Elections 2024: कानपुर की सीसामऊ सीट पर उपचुनाव रुकने की उम्मीदें अब लगभग खत्म हो गई हैं और वहां 13 नवंबर को वोटिंग का रास्ता तकरीबन साफ हो गया है. सीसामऊ सीट से समाजवादी पार्टी के निवर्तमान विधायक इरफान सोलंकी को मिली सात साल की सज़ा से जुड़ी याचिकाओं पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में आज एक बार फिर सुनवाई टल गई है. यूपी सरकार के अनुरोध पर हाईकोर्ट ने सुनवाई को आज एक बार फिर टाल दिया है. 


यूपी सरकार की तरफ से आज एडिशनल एडवोकेट जनरल पीसी श्रीवास्तव के इस्तीफे का हवाला दिया गया. कहा गया कि इस मुकदमे में सरकार की तरफ से उन्हें ही पैरवी करनी थी, लेकिन पिछले दिनों उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. उनकी जगह किसी अन्य को मुकदमे की पैरवी के लिए नॉमिनेट किया जाना है. यूपी सरकार ने कोर्ट से मुकदमे की सुनवाई कुछ दिनों के लिए स्थगित किए जाने का अनुरोध किया, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया. 


6 नवंबर को अलगी सुनवाई
मामले की सुनवाई जस्टिस राजीव गुप्ता और जस्टिस सुरेंद्र सिंह की डिवीजन बेंच में होनी थी. हाईकोर्ट इस मामले में अब 6 नवंबर को सुनवाई करेगा. इरफान सोलंकी हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल कर कानपुर की ट्रायल कोर्ट से मिली सात साल की सजा को रद्द किए जाने की गुहार लगाई है. इसके साथ ही अदालत का अंतिम फैसला आने तक सजा पर रोक लगाए जाने व जमानत किए जाने की भी मांग की है.


दूसरी तरफ यूपी सरकार ने इरफान सोलंकी को मिली सात साल की सजा को बढ़ाकर उम्र कैद में तब्दील किए जाने की अपील की है. सात साल की सजा मिलने की वजह से इरफान सोलंकी की विधानसभा की सदस्यता निरस्त हो चुकी है. उनकी सीसामऊ सीट पर उपचुनाव का ऐलान हो चुका है. हाईकोर्ट से अगर सजा पर रोक लगती तो उपचुनाव रुक सकता था. सीसामऊ सीट पर कल 18 अक्टूबर से नामांकन शुरू होना है. हाईकोर्ट में आज सुनवाई टलने से सीसामऊ सीट पर हो रहा उपचुनाव रुकने की उम्मीद लगभग खत्म हो चुकी है.


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क्या है मामला
इरफान सोलंकी के साथ ही इस मामले में सजा पाने वाले उनके भाई रिजवान सोलंकी ने भी हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर रखी है. भाई रिजवान सोलंकी की याचिका में भी वही मांगे दोहराई गई है. इसी केस में एक अन्य अभियुक्त याकूब की ओर से भी अर्जी दाखिल की गई है. हाईकोर्ट सभी चारों याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई करेगा. इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान सोलंकी और याकूब पर कानपुर की डिफेंस कॉलोनी में रहने वाली नजीर फातिमा नाम की महिला के घर आगजनी करने के आरोप में केस दर्ज किया गया था.


कानपुर की स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट ने इसी साल सात जून को समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी समेत पांच लोगों को दोषी करार देते हुए सजा सुनाई थी. निवर्तमान विधायक इरफान सोलंकी इन दिनों यूपी की महाराजगंज जिला जेल में बंद है.