यूपी उपचुनाव 2024: 'बुर्का पहनाकर फर्जी वोटिंग कराने की साजिश, सख्त कार्रवाई की जाए'- केशव प्रसाद मौर्य
उत्तर प्रदेश में वोटिंग से पहले एक बार फिर बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच सोशल मीडिया पर सियासी जंग शुरू हो गई है. अखिलेश यादव के पोस्ट पर केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार किया है.
UP ByElections 2024: उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए प्रचार सोमवार शाम छह बजे थम गया. अब वोटिंग के लिए तैयारी तेज हो गई है. लेकिन इन सीट सियासी दलों के बीच वार-पलटवार का क्रम अभी भी जारी है. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया के जरिए पोस्ट कर समाजवादी पार्टी को लेकर एक बड़ा दावा किया है.
डिप्टी सीएम ने लिखा, 'लोकतंत्र में फर्जी वोटिंग और बूथ कैप्चरिंग के लिए कोई स्थान नहीं है. सपा की बूथ कैप्चरिंग और फर्जी वोटिंग कराने की पुरानी आदतें इस बार सफल नहीं होंगी. चुनाव आयोग से अपील है कि निष्पक्ष और पारदर्शी मतदान सुनिश्चित किया जाए. साथ ही, सपा द्वारा बुर्का पहनाकर फर्जी वोटिंग कराने की साजिश पर सख्त कार्रवाई की जाए.'
आयोग से कार्रवाई की मांग
केशव प्रसाद मौर्य ने लिखा, 'निष्पक्ष चुनाव के लिए यह आवश्यक है कि बुर्का पहनकर मतदान करने वाले मतदाताओं की विशेष जांच सुनिश्चित की जाए.' सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक चिट्ठी शेयर करते हुए यूपी प्रशासन पर बड़ा आरोप लगाया. उन्होंने लिखा, 'चुनाव आयोग तुरंत इस बात का संज्ञान ले कि उप्र में शासन-प्रशासन पक्षपात पूर्ण रवैया अपना रहा है.'
'बुर्का ना हटाओ..', यूपी उपचुनाव की लड़ाई बुर्के पर आई, सपा की मांग से भड़की बीजेपी
डिप्टी सीएम ने लिखा, 'मतदान को बाधित करने के लिए ‘नोटिस-चेतावनी’ के लाल कार्ड बाँटकर मतदाताओं पर दबाव बना रहा है. ये एक तरह से संविधान द्वारा दिये गये वोटिंग के अधिकार को छीनने का गैर-कानूनी कृत्य है. इसे एक अपराध की तरह दर्ज करके तुरंत कार्रवाई की जाए अन्यथा माननीय सर्वोच्च से ये अपील होगी कि वो स्वतः संज्ञान लेते हुए पक्षपाती शासन-प्रशासन को निष्पक्ष चुनाव कराने का निर्देश दे.'
बता दें कि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और अखिलेश यादव के बीच सियासी रार हमेशा से चलती रही है. लेकिन अब वोटिंग से एक दिन पहले सोशल मीडिया पर चल रहे वार-पलटवार की वजह से दोनों की सियासी जंग फिर चर्चा का केंद बन गई है.