(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
यूपी उपचुनाव: मंच पर बैठे BJP के दिग्गज, जमीन पर बैठा प्रत्याशी, तस्वीर वायरल
वायरल हो रही तस्वीर पर बीजेपी प्रत्याशी सुरेंद्र दिलेर ने कहा है कि वह अपने पिता और दादा की परंपराओं का पालन कर रहे हैं और उन्हीं के आदर्शों को अपनाते हुए अपने गुरुओं का सम्मान कर रहे हैं.
UP Bypolls 2024: अलीगढ़ के खैर विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी सुरेंद्र दिलेर का एक फोटो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. इस तस्वीर में देखा जा सकता है कि सभी वरिष्ठ भाजपा नेता मंच पर कुर्सियों पर बैठे हैं, जबकि सुरेंद्र दिलेर जमीन पर बैठे हुए नजर आ रहे हैं. इस तस्वीर ने विपक्ष को इसे मुद्दा बनाने का मौका दे दिया और उन्होंने इसे दलित समाज के प्रति अपमान बताया. लेकिन सुरेंद्र दिलेर ने इस पर अपने विचार रखते हुए बताया कि यह उनके गुरुओं और बुजुर्गों के प्रति सम्मान का प्रतीक है, न कि अपमान का.
उन्होंने स्पष्ट किया कि वह अपने पिता और दादा की परंपराओं का पालन कर रहे हैं और उन्हीं के आदर्शों को अपनाते हुए अपने गुरुओं का सम्मान कर रहे हैं. सुरेंद्र दिलेर ने बताया कि उनके परिवार में हमेशा से बुजुर्गों और गुरुओं का आदर और सम्मान किया जाता रहा है. उनके पिता और दादा हमेशा अपने से बड़े लोगों को ऊँचा स्थान देते थे और खुद नीचे बैठते थे, ताकि उनका आदर और सम्मान बना रहे. यह आदतें उन्होंने अपने परिवार से सीखी हैं और अब वह इन्हीं परंपराओं को आगे बढ़ा रहे हैं. उनका कहना है कि उन्होंने मंच पर कुर्सियों पर बैठे गुरुओं का सम्मान करने के लिए जमीन पर बैठने का निर्णय लिया था.
गलत तरीके से पेश किया जा रहा- बीजेपी प्रत्याशी
सुरेंद्र दिलेर के अनुसार, विपक्ष इस पूरे मामले को जान-बूझकर विवादित बना रहा है. उन्होंने इसे एक राजनीतिक चाल बताया और आरोप लगाया कि विपक्ष इसे समाज में गलत तरीके से प्रस्तुत कर रहा है. उनका कहना है कि जो बात महज एक साधारण सम्मान का प्रतीक है. उसे गलत तरीके से पेश किया जा रहा है. वहीं सुरेंद्र दिलेर के अनुसार, उनका जमीन पर बैठने का मकसद अपनी जड़ों से जुड़े रहना और समाज के बुजुर्गों और गुरुओं का आदर करना है.
उन्होंने कहा कि उनके पिता भी चुनावी अभियान के दौरान जनता से मिलते समय हमेशा जमीन पर बैठकर ही बातचीत किया करते थे. यह उनकी पारिवारिक परंपरा है, जिसमें बड़ों का सम्मान करना और जमीन से जुड़ा रहना सिखाया जाता है. सुरेंद्र दिलेर का कहना है कि वे लगातार लोगों के बीच जाकर उनकी समस्याएं सुनते हैं और लोगों से जमीन पर बैठकर बातचीत करते हैं, ताकि वह जनता के और करीब आ सकें.
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विनम्रता और सरलता का भाव दिखा- BJP प्रत्याशी
उनका मानना है कि जमीन पर बैठकर लोगों के बीच जाने से उन्हें अधिक भरोसा मिलता है और उनके साथ एक बेहतर जुड़ाव बनता है. उनके इस तरीके को लोगों ने सराहा भी है क्योंकि इससे उनमें एक विनम्रता और सरलता का भाव दिखाई देता है. उन्होंने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कुछ लोग इस मुद्दे को गलत तरीके से प्रस्तुत कर रहे हैं और समाज को भ्रामक संदेश देने का प्रयास कर रहे हैं. सुरेंद्र दिलेर ने अपने कदम को सही ठहराते हुए कहा कि यह उनके बुजुर्गों की परंपरा का अनुसरण है और इसे किसी भी अन्य नजरिए से नहीं देखा जाना चाहिए.
भाजपा प्रत्याशी ने अपनी बात को मजबूती से रखते हुए कहा कि उनके गुरुओं और बुजुर्गों के प्रति सम्मान का यह भाव उन्हें उनके जीवन में हमेशा प्रेरित करता है. उनके अनुसार, राजनीति में सफलता से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि वे उन आदर्शों का पालन करें, जो उन्हें उनके बुजुर्गों ने सिखाए हैं. सुरेंद्र दिलेर का कहना है कि भारतीय संस्कृति में बुजुर्गों और गुरुओं का सम्मान करना एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है और इसी संस्कृति को वह अपने जीवन में अपनाए हुए हैं.