UP Bypolls 2024: उत्तर प्रदेश में 10 विधासनभा सीटों पर उपचुनाव से पहले अधिकारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग को लेकर विवाद उठ गया है. समाजवादी पार्टी का आरोप है कि जिन विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव हैं, वहां मुस्लिम और यादव अधिकारियों का तबादला किया जा रहा है.


इस मामले पर समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की. सपा के प्रतिनिधिमंडल में प्रोफेसर और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव और सपा सांसद जावेद अली शामिल थे. प्रोफेसर रामगोपाल यादव और जावेद अली ने केंद्रीय चुनाव आयोग से की मुलाकात और की इन तबादलों को लेकर शिकायत की.  रामगोपाल ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कि विधानसभा उप चुनाव में हार के डर से मुस्लिम और यादव अधिकारियों के तबादले किये जा रहे हैं.


सपा सांसद ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 10 विधायक, सांसद हो गए उनकी सीट पर चुनाव होगा. जब भी निर्वाचन आयोग तारीखों का ऐलान होगा तब इलेक्शन होंगे लेकिन यूपी सरकार ने धांधली करने के इरादे से दो समुदायों यादव और मुस्लिमों को लगभग हटा दिया है. जो बीएलओ हैं... उनकी सूची में से पूरी तरह से इन दो समुदायों को निकाल दिया गया है. हमने सूची दी है.


रामगोपाल ने कहा कि लोकसभा के इलेक्शन में कौन बीएलओ थे और विधानसभा में कौन थे और अभी लिस्ट में किसको बीएलओ बनाया गया. कुंदरकी में गलती से एक नाम मुस्लिम छूट गया है.शायद सरकार नाम नहीं पहचान पाई. बाकी सब हटा दिए गए हैं. 


'अपने कुकर्मों की वजह से...'
बीजेपी इंटरनल रिपोर्ट में अधिकारियों द्वारा सहयोग न करने और वोट काटने के सवाल पर प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में वह अधिकारियों की वजह से नहीं बल्कि अपने कुकर्मों की वजह से हारे और आरोप अधिकारियों पर लगा दिए.


बता दें करहल, मिल्कीपुर, सीसामऊ, कुंदरकी, गाजियाबाद, फूलपुर, मझवां, कटेहरी, खैर और मीरापुर में उपचुनाव होना है.


यूपी में इस जिले के मदरसे में छप रहे थे नकली नोट, प्रिंसिपल को भी मिल रहा था हिस्सा, ऐसे हुआ खुलासा