Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार (29 नवंबर) को सीएम आवास पर अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ बैठक की. यह बैठक करीब एक घंटे तक चली और इस बैठक में अगले साल होने वाले महांकुभ की तैयारी और इसके प्रचार प्रसार को लेकर व्यापक स्तर पर चर्चा की.  


सूत्रों से मिली जानकारी की मुताबिक, मंत्रिमंडल के सदस्यों को अगले साल होने वाले महाकुंभ के प्रचार प्रसार के लिए जुटने और सरकार के आध्यात्मिक एजेंडे को फैलाने को कहा गया है. बताया जा रहा है कि महाकुंभ को लेकर योगी मंत्रिमंडल के चुनिंदा मंत्री देश विदेश जाएंगे. 


महाकुंभ का देश विदेश में प्रचार
इसके अलावा देश के सभी राज्यों की राजधानी में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने और संबंधित राज्य के मुख्यमंत्री और राज्यपाल से मुलाकात करने को कहा गया है. इस मुलाकात के दौरान योगी मंत्रिमंडल सहयोगी संबंधित राज्य के मुख्यमंत्री और राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें कुंभ में आने का न्यौता देंगे. 


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रिमंडल सहयोगियों को लोक कल्याण संकल्प पत्र, हिंदुत्व और सुशासन की उपलब्धियां जन-जन तक पहुंचाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने 2017 से अब तक यूपी में हुए निवेश, विकास, कानून व्यवस्था और अपराधियों के खिलाफ अभियान को जनता को समझाने पर जोर दिया. साथ ही केंद्र-राज्य की योजनाओं के लाभार्थियों से संपर्क कर डबल इंजन सरकार के महत्व को बताने को कहा है.


'विपक्ष के आरोपों को करें एक्सपोज'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने "बटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो नेक और सेफ रहेंगे" का संदेश जन-जन तक पहुंचाने का निर्देश दिया. उन्होंने विपक्ष के PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) के भ्रम को उजागर करने को कहा है इसे PDA के नाम पर 'परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी' बताते हुए सच्चाई जनता को समझाने को कहा है.


विपक्ष के जरिये लगातार बीजेपी सरकार पर संविधान और आरक्षण खत्म करने और खटाखट खाते में पैसे देने जैसे आरोप लगाते रहे हैं. मंत्रिमंडल की बैठक में लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्षी दलों के इन आरोपों को एक्सपोज करने को कहा गया.


बैठक में मंत्रियों को गांव में जाकर अधिक से अधिक पिछड़ों, दलितों के घर जाने और गांव-गांव में चौपाल लगाने को कहा. इस दौरान मंत्रियों को इन्हीं गांवों में रात्रि विश्राम करने के निर्देश दिए गए हैं. मंत्रियों को पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के संपर्क में रहने, सहज भाव से उनसे मिलने, उनके सही और उचित कामों को प्राथमिकता देने को कहा गया.


कुंदरकी मॉडल अपनाने के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यकर्ताओं को सम्मान देने और बूथ से मंडल स्तर तक तैयारी तेज करने का निर्देश दिया. उपचुनावों से सीख लेते हुए अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्रों में पहुंचने और कुंदरकी मॉडल को प्रदेशभर में लागू करने पर जोर दिया.


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