Bareilly News: उत्तर प्रदेश (UP) के बांदा (Banda) में समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के छुट्टा पशुओं को लेकर दिए गए बयान का असर गुरुवार को बरेली में देखने को मिला. किसानों ने पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह (Dharmpal Singh) के काफिले के आगे सैकड़ों गाय खड़ी कर दी, जिससे हड़कंप मच गया. मौके पर मौजूद एसडीएम और पुलिसकर्मियों से ग्रामीणों की नोक-झोंक हो गई. इसके बाद पशुधन मंत्री अपनी गाड़ी से उतरे और किसानों को समझाया, तब जाकर किसानों ने रास्ता खाली किया. वहीं मंत्री धर्मपाल सिंह ने इस घटना को साजिश बताया है और जांच कराने की बात कही है. दूसरी तरफ अखिलेश यादव के छुट्टा पशुओं वाले बयान पर पलटवार भी किया है.


दरअसल पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह और अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे गुरुवार को आंवला में पॉली क्लिनिक की नींव रखने जा रहे थे. उनके साथ कई बड़े अफसरों की गाड़ियां भी काफिले में मौजूद थी. इस बीच पिपरिया उपराला गांव के पास जैसे ही मंत्री का काफिला पहुंचा तो अचानक से ग्रामीण सैकड़ों गाय और गौवंश लेकर काफिले के सामने आ गए. करीब 40 मिनट तक हंगामा बरपता रहा. इसके बाद मंत्री ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया और उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द ही छुट्टा पशुओं से उन्हे छुटकारा मिलेगा. तब जाकर काफिले के सामने से गाय को हटाया गया.


'अब गाय को देखकर डरता है कसाई'


इस मौके पर मंत्री धर्मपाल सिंह ने अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए कहा कि छुट्टा पशु उनके लिए होंगे हमारे लिए निराश्रित गौवंश हैं. प्रदेश में ऐसे पशुपालक जो गाय दूध नहीं देती है उनको छोड़ देते हैं. आज भी सोची समझी साजिश के तहत खेतों में से गाय को पकड़ कर मार-मार कर उनके काफिले के आगे लाया गया. उन्होंने कहा कि योगी सरकार की प्राथमिकता गौवंश है. सपा-बसपा की सरकार में किसान बाहर सोता था और पशुओं को अंदर ताले में बंद रखता था. गाय के तस्कर कसाई सोना-चांदी की चोरी नहीं करते थे, गाय की चोरी करते थे. आज योगी सरकार में कानून का राज तो है ही गौवंश का भी राज है. गाय कहीं भी घूम रही है. पहले गाय कसाई को देखकर डरती थी और अब कसाई गाय को देखकर डरता है. योगी सरकार में यह अंतर है.


'यूपी में गाय कटने हो गए हैं बंद'


पशुधन मंत्री ने कहा कि मैंने घोषणा की है कि बरेली की हर विधानसभा में हम एक बड़ी गौशाला एक करोड़ 62 लाख रुपए से बनाएंगे. इसके बाद हमारा प्रयास है निराश्रित गौवंश किसानों के खेतों, सड़कों और शहरों में दिखाई नहीं देगा, जो माहौल खराब कर रहा है योगी सरकार में कोई कत्ल खाना बनाने की स्वीकृति नहीं हुई है. गाय कटने बंद हो गए हैं. अब हम इसको व्यवस्थित करके देसी गाय के दूध के साथ-साथ गोबर पर भी काम करेंगे और किसान की आय दोगुनी हो तो पशुपालन से ही किसानों की आय दोगुनी होगी. खेती और पशु एक-दूसरे के पूरक हैं. खेती है तो पशु है, पशु है तो खेती है. उन्होंने कहा कि किसान कम परेशान है, कसाई ज्यादा परेशान है इसलिए ये इस तरीके के बयान देने का काम कर रहे हैं.


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