UP Politics: संजय निषाद के नरम पड़े सुर, सीएम योगी आदित्यनाथ से की मुलाकात, कहा- वो मेरे...
UP Politics: कैबिनेट मंत्री ने इस दौरान केंद्रीय बजट 2024-25 का भी समर्थन किया और विपक्षी दलों के विरोध के गलत बताया. उन्होंने कहा कि इस बार विपक्ष के पास बयानबाजी के अलावा कुछ और नहीं बचा हैं.
Sanjay Nishad News: उत्तर प्रदेश में बीजेपी के सहयोगी निषाद पार्टी के अध्यक्ष और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं. उन्होंने यूपी में अधिकारियों पर मनमानी करने का आरोप लगाया है. इस बीच उपचुनाव को लेकर उनका बड़ा बयान सामने आया है. उनके सुर अब नरम होते दिख रहे हैं. संजय निषाद ने कहा कि मुख्यमंत्री हमारे अभिभावक हैं.
संजय निषाद ने अपने बयान को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हमारे अभिभावक हैं. अफसरों की मनमानी को लेकर वो सीएम योगी के सामने अपनी बात रखेंगे उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि मुख्यमंत्री कार्रवाई करेंगे. अधिकारियों से बात करने पर तुरंत मामले का समाधान हो जाना चाहिए.
उपचुनाव को लेकर किया दावा
उत्तर प्रदेश में जल्द ही दस सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं जिन्हें लेकर संजय निषाद ने कहा कि हम लोग पहले भी उपचुनाव जीते थे. लोकसभा चुनाव में में हम अतिउत्साह में थे. लेकिन इस बार हम फिर से एकजुट होकर पूरी मजबूती से चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने दावा किया कि इस उपचुनाव में भी एनडीए जीतेगी और बेहतर परिणाम आएंगे.
कैबिनेट मंत्री ने इस दौरान केंद्रीय बजट 2024-25 का भी समर्थन किया और विपक्षी दलों के विरोध के गलत बताया. उन्होंने कहा कि इस बार विपक्ष के पास बयानबाजी के अलावा कुछ और नहीं बचा हैं. इसलिए वो इस तरह के बयान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि बजट और गजट दो ऐसे शब्द हैं जो बहुत महत्वपूर्ण हैं. पिछली सरकारों ने अगर बजट ठीक से पारित किया होता तो जनता उनसे दूर क्यों होती? उन्होंने कहा कि हम इस बजट का समर्थन करते हैं.
संजय निषाद का ये बयान इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि चुनाव में हार के बाद उन्होंने योगी सरकार की बुलडोज़र नीति पर सवाल उठाए थे और कहा था कि अगर बुलडोजर चलाओगे तो वोट नहीं मिलेगा, वहीं बाद में उन्होंने प्रदेश में अफसरों पर मनमानी करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि इसकी वजह से कार्यकर्ता निराश हो गए. जिसका असर चुनाव पर पड़ा. यही नहीं सीएम योगी और डिप्टी सीएम में खींचतान के बीत उन्होंने दो दिन पहले ही केशव प्रसाद मौर्य से भी मुलाकात की थी. जिसके बाद अटकलों का बाजार गरम हो गया था.
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