प्रयागराज. कोरोना काल में लॉकडाउन और फिर सब्जियों के बढ़ते दामों ने आम आदमी को दोहरा झटका दिया है. लॉकडाउन में कई लोगों का रोजगार छिना तो कई लोग सैलरी कटने से परेशान हैं. ऐसे में महंगी सब्जियां आम आदमी की थाली से दूर होती जा रही है. सब्जियों के बढ़ते दाम ने किचन का बजट बिगाड़ दिया है. सब्जियां छोड़कर आम आदमी ने दालें खाना शुरू किया, लेकिन अब वो भी महंगी हो गई है.
वहीं, यूपी सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने सब्जियों की बढ़ी हुई कीमतों की वजह बताई है. उन्होंने कहा कि हर साल इस सीजन में इस तरह की समस्या आती है.
"बारिश और बाढ़ है महंगी सब्जियों की वजह"
सिद्धार्थनाथ ने कहा, "बारिश और उसके बाद बाढ़ के कारण सब्जियां महंगी हो जाती है. इस बार भी यह समस्या है. हालांकि अब बारिश और बाढ़ का सीजन खत्म हो चुका है. सब्जियों की कीमतें धीरे-धीरे कम हो रही हैं." उन्होंने आगे कहा कि नई कृषि नीति के लागू होने के बाद बिचौलियों की भूमिका खत्म होगी और इस तरह की समस्या नहीं होंगी.
50 रुपये के पार पहुंचा टमाटर
सब्जियों के रेट की बात करें तो आलू 40 रुपये प्रति किलो पहुंच गया है. वहीं, खाने में जान डालने वाला प्याज अब 50 रुपये प्रति किलो पहुंच गया है. बात करें टमाटर की, तो टमाटर के दाम 60 रुपये प्रति किलो के करीब है. सब्जियों में स्वाद को बढ़ाने वाला धनिया तो 400 रुपये प्रति किलो में बिक रहा है.
गोभी-मटर 100 के पास
गोभी की बात करे तो वो भी 80-100 रूपये प्रति किलो बिक रही है. वहीं, हरी मटर की कीमत 100 के पार है. सब्जी खरीदने आए लोगों को पता भी नहीं कि इनके दाम क्यों बढ़ रहे हैं. आम आदमी हैरान भी है और परेशान भी.ये भी पढ़ेंं: