UP News: सीएम योगी और अखिलेश के 'खास' अधिकारी का VRS राज्य सरकार ने किया मंजूर, जानें अब क्या करेंगे?
Rigjiyan Samfil VRS: आईएएस अधिकारी रिग्जियान सैम्फिल साल 2018 में प्रतिनियुक्ति पर जम्मू और कश्मीर गए जिसके बाद 2021 में वो वापस लौटे, रिग्जियान सैम्फिल लद्दाख में पर्यटन विभाग के सचिव भी रहे हैं.
Rigjiyan Samfil VRS Approved: आईएएस अधिकारी रिग्जियान सैम्फिल 2003 बैच के यूपी कैडेर के अधिकारी हैं और उनका स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (VRS) राज्य सरकार ने मंजूर किया है. राज्य सरकार ने अपनी संस्तुति करते हुए केंद्र सरकार के पास सैम्फिल का वीआरएस भेज दिया है. रिग्जियान सैम्फिल लद्दाख के रहने वाले हैं और चिकित्सा आधार पर उन्होंने वीआरएस मांगा है. फिलहाल वह यूपी सरकार के रेजिडेंट कमिश्नर के तौर पर दिल्ली में तैनात हैं और वीआरएस लेकर वो लद्दाख जाना चाहते हैं.
रिग्जियान सैम्फिल जालौन, बिजनौर, प्रतापगढ़, चंदौली, बहराइच, फरुखाबाद, कुशीनगर के डीएम रह चुके हैं. इतना ही नहीं वह यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व सीएम अखिलेश यादव के कार्यकाल में सीएम के विशेष सचिव भी रहे हैं. योगी सरकार के दौरान रिग्जियान सैम्फिल के पास यूपी सीएम के विशेष सचिव के साथ अपर मुख्य परियोजना निदेशक वर्ल्ड बैंक प्रोजेक्ट, पर्यटन और अपर अधिशासी निदेशक सिफ्सा की भी जिम्मेदारी थी. सैम्फिल की गिनती अधिकारियों में साफ-सुथरी छवि के रूप में होती. इन्हें सीएम का खास अधिकारी भी माना जाता है. वह साल 2018 में प्रतिनियुक्ति पर जम्मू और कश्मीर गए जिसके बाद 2021 में वो वापस लौटे, रिग्जियान सैम्फिल लद्दाख में पर्यटन विभाग के सचिव भी रहे हैं.
पूरे पांच साल अखिलेश यादव के रहे विशेष सचिव
आईएएस अफसर रिग्जियान सैम्फिल की गिनती अच्छे और मिलनसार अधिकारियों में होती है. सैम्फिल ने अपने कार्यकाल में जो भी काम किया है वह ईमानदारी से किया. सपा मुखिया अखिलेश के कार्यकाल में वह पूरे पांच साल अखिलेश यादव के विशेष सचिव रहे. यूपी में कुशीनगर के डीएम रहते हुए उन्हें प्रधानमंत्री द्वारा अवार्ड भी मिला. रिग्जियान सैम्फिल वीआरएस लेने वाले यूपी के पहले अधिकारी नहीं हैं. इनसे पहले आईएएस अधिकारी रेणुका कुमार (1987 बैच), जुथिका पाटणकर (1988 बैच) और विकास गोठलवाल (2003 बैच) का नाम भी शामिल है.