लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में ढिलाई पर अब शासन ने जांच के आदेश दिए हैं. ये जांच एसआईटी करेगी. दरअसल, बीते साल अक्टूबर महीने में एक प्राइवेट कंपनी के कोरियर से मुख्यमंत्री के नाम एक पार्सल भेजा गया था. ये पार्सल एनेक्सी के सुरक्षाकर्मियों ने रिसीव किया था. रिसीव होने के बाद ये पार्सल गायब हो गया था.


मुख्यमंत्री के पते आया था पार्सल
इसे लेकर कुछ समय पहले मिशन न्यू इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को इस संबंध में पत्र लिखकर जानकारी दी थी. साथ ही शासन से मांग की थी कि ये मुख्यमंत्री की सुरक्षा से जुड़ा मामला है और इसमें कोताही नहीं बरती जा सकती है इसलिए शासन पूरे मामले की एसआईटी से जांच कराए. मामला मुख्यमंत्री की सुरक्षा से जुड़ा था इसलिए ये पत्र मिलते ही शासन ने पूरे मामले की जांच एसआईटी को सौंप दी.


एसआईटी को 15 दिनों का समय दिया
दरअसल, इस पूरे मामले में सुरक्षा अधिकारी की भूमिका को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं क्योंकि अगर इस तरह का कोई पार्सल मुख्यमंत्री के नाम पर आया था तो उस पार्सल में क्या था और वो क्यों गायब किया गया. सवाल कई और भी हैं जिनके जवाब जांच के बाद मिलेंगे. शासन ने एसआईटी को 15 दिनों का समय दिया है कि वो पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट दे. जाहिर सी बात है जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद कई लोगों पर कार्रवाई भी हो सकती है.


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