Chitrakoot Rain: उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में बीती रात अचानक हुई झमाझम बारिश से गल्ला मंडी के व्यापारियों को भारी नुकसान हो गया है. गल्ला मंडी में खुले आसमान के नीचे रखीं हजारों क्विंटल धान की बोरियां बारिश से भीग गई हैं, जिससे व्यापारियों को भारी नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है.


बता दें कि बीती रात चित्रकूट में अचानक झमाझम बारिश हुई है जिसके चलते गल्ला मंडी समिति में व्यापारियों का हजारों क्विंटल धान से भरी बोरियां खुले आसमान के नीचे रखी हुई थीं. जिससे बारिश होने के चलते व्यापारियों की धान की बोरियां भीग गई हैं और कई जगह तो धान की बोरियों के नीचे पानी भरा हुआ है. जिससे धान के सड़ने की संभावना जताई जा रही है. गल्ला मंडी के व्यापारी अपने धान को बचाने के लिए बोरियों में भरे धान को सुखाने के प्रयास में जुटे हुए हैं लेकिन मौसम के बिगड़ते मिजाज से व्यापारियों की चिंता बढ़ रही है.


पीड़ित व्यापारियों ने बताया है कि वह गल्ला मंडी समिति को मनमाना टैक्स भी देते हैं लेकिन व्यापारियों के लिए गल्ला मंडी में धान के रख रखाव व अन्य किसी भी प्रकार के कोई इंतजाम नहीं है. जो टीन शेड है वह भी टपकता है. जिसकी वजह से बारिश में अक्सर उनका माल भीग जाता है. कल भी कई व्यापारियों का धान खुले आसमान के नीचे हजारों क्विंटल रखा हुआ था जो बारिश होने के चलते उनके धान की बोरी पूरी तरीके से भीग गई हैं. जिससे उनको कई लाख का नुकसान हो गया है लेकिन गल्ला मंडी समिति ने बारिश से उनके माल को बचाने के लिए किसी प्रकार के कोई इंतजाम नहीं किया है.


पीड़ित व्यापारी शिवकरन अग्रहरी ने कहा कि इसमें सभी व्यापारियों का नुकसान हुआ है. जो बाहर के हमारे व्यापारी हैं रात में माल न उठने के कारण और गोदामों की अव्यवस्था के कारण सभी व्यापारियों का नुकसान इसमें हुआ है. व्यापारी इस विषय में आक्रोशित हैं और समस्या जटिल है, लगभग यहां 25 हजार बोरी माल पूरी तरह से भीग गया है. ये सूखा माल था लेकिन बारिश में भीग जाने के वजह से इसमें नमी बैठ जाती है.


पीड़ित व्यापारी मुद्सर अली ने कहा ये जो बारिश हुई है इससे लगभग 10 से 15 लाख का नुकसान हुआ है. बाकी मंडी में कोई व्यवस्था भी नहीं है टीन शेड सारे टूटे हुए हैं. हम भी मंडी शुल्क दे रहे हैं, टूटे हुए टीन शेड को बदलवाना चाहिए माल खराब न हो अंदर रख लिया जाए. 


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