कोविड व्यवस्थाओं का जायजा लेने अलीगढ़ पहुंचे सीएम योगी, बोले- हर व्यक्ति का जीवन अमूल्य है
सीएम ने कहा कि अलीगढ़ में भी एक्टिव केस की संख्या अब कम होती जा रही है. उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति का जीवन अमूल्य है. इस समय मानवीय संवेदना सबसे महत्वपूर्ण है. हर एक व्यक्ति के प्रति हमारी संवेदना होनी चाहिए.
अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अलीगढ़ में मीडिया से बात करते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों में उन्होंने फील्ड में उतरकर कोरोना महामारी के खिलाफ चल रहे अभियान की समीक्षा की है. और अब वो अलीगढ़ मंडल में आए हैं. पिछले 12 दिनों के अंदर प्रदेश में अगर कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या देखेंगे तो ये संख्या 12 दिन के अंदर 106000 कम हुई है.
संक्रमण की चेन को ब्रेक करने का कार्य कर रहे हैं
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार पीएम मोदी के मार्गदर्शन में पहले दिन से ही कोरोना हमारी के खिलाफ अभियान में जुड़ी है. दूसरी लहर पर भी हम लोगों ने इसी आधार पर नियंत्रण स्थापित किया है. लगातार कोरोना संक्रमण की चेन को ब्रेक करने का कार्य कर रहे हैं. व्यापक पैमाने पर टेस्ट हो रहे हैं. प्रदेश के अंदर चार करोड़ 36 लाख से अधिक टेस्ट पूरे कर चुके हैं.
ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रहे हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश पहली लहर की तुलना में दूसरी वेव में जो समस्या आई वो ये थी कि ऑक्सीजन की डिमांड अचानक बढ़ गई. पहली लहर में किसी ने भी ऑक्सीजन की इतनी डिमांड नहीं की थी. लेकिन, अचानक दूसरी वेव में ऑक्सीजन की डिमांड ज्यादा हो गई. सीएम ने कहा कि 'हम आभारी हैं प्रधानमंत्री मोदी जी के जिनके निर्देश पर एयरपोर्ट के जहाजों ने और भारतीय रेल ने मदद की और आज ऑक्सीजन एक्सप्रेस के माध्यम से और वायुसेना के विमानों के माध्यम से ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रहे हैं.'
टीकाकरण कोविड से बचाव का सबसे अच्छा माध्यम है
सीएम योगी ने कहा कि 'उत्तर प्रदेश में 300 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की सामान्य खपत होती थी. लेकिन अब 1000 मीट्रिक टन से ज्यादा प्रतिदिन ऑक्सीजन की डिमांड हो गई है. बुधवार को भी 1030 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रदेश में की गई है. सीएम ने कहा कि प्रदेश के अंदर टीकाकरण की जो स्थिति है वो कोविड से बचाव का सबसे अच्छा माध्यम है. बचाव के लिए टीका जरूर लगवाएं. उत्तर प्रदेश में एक करोड़ 43 लाख टीके लगाए हैं.
377 नए ऑक्सीजन प्लांट के लिए काम चल रहा है
18 से 45 वर्ष के बीच के लोगों के टीकाकरण का कार्यक्रम प्रदेश में सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है. प्रदेश में वर्तमान में ऑक्सीजन के संभावित संकट या क्राइसिस ना हो इसमें प्रधानमंत्री केयर फंड से प्रदेश को 161 ऑक्सीजन प्लांट लगाने की सहमति मिली है. कार्य प्रारंभ हो चुका है और राज्य सरकार भी अपने संसाधनों से अलग-अलग विभागों के माध्यम से ऑक्सीजन प्लांट लगा रही है. 377 नए ऑक्सीजन प्लांट के लिए वर्तमान में काम चल रहा है.
बेड की क्षमता भी बढ़ाई है
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हमने बेड की क्षमता भी बढ़ाई है. L2 और L3 फैसिलिटी के बेड की संख्या 80000 के आसपास है और हम लोग निरंतर इसमें वृद्धि कर रहे हैं. हमारा प्रयास है कि थर्ड वेव की जो आशंका व्यक्त की जा रही है उसे देखते हुए सतर्कता हमेशा रखनी पड़ेगी. तीसरी लहर की आशंका को ध्यान में रखते हुए अभी से हमने उसकी तैयारी अलग से टीम लगाकर के प्रारंभ कर दी है. पीडियाट्रिक्स के आईसीयू का निर्माण अभी से हर जिले में प्रारंभ हो रहा है.
एक्टिव केस की संख्या कम होती जा रही है
सीएम ने कहा कि अलीगढ़ में भी एक्टिव केस की संख्या अब कम होती जा रही है. पिछले एक सप्ताह में यहां पर लगभग 200 से अधिक एक्टिव केस कम हुए हैं. पॉजिटिविटी रेट में निरंतर गिरावट है. हर जिले में टेस्ट बढ़ाने के लिए कहा गया है. प्रदेश में ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था करने के लिए पूरी व्यवस्था की जा रही है. ऑक्सीजन के टैंकर भेजे जा रहे हैं. प्रसन्नता है कि अलीगढ़ में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बनाने की तैयारी की जा रही है. मंडल में 161 वेंटीलटर वर्तमान में उपलब्ध है जो फंक्शनल हैं. इस मंडल में 14 नए ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत किए गए हैं. जिसमें तीन को क्रियाशील किया जा चुका है बाकी को क्रियाशील करने की तैयारी चल रही है. मंडल में अभी तक 413280 के करीब 45 प्लस के लोगों को टीका लगाया जा चुका है. 18 प्लस में 5000 से ज्यादा लोगों को टीका लग चुका है.
पेशेंट को कंसल्टेशन की सुविधा हो
सीएम ने कहा कि मंडल में वर्तमान में 85 एंबुलेंस डेडीकेटेड कोविड कार्य के लिए लगी हुई हैं और यहां पर इस बात के लिए प्रशासन से कहा गया है कि 75 फीसदी तक एंबुलेंस को कोविड कार्य के लिए लगा सकते हैं. हर जिले में महिला और बच्चों के लिए डेडीकेटेड हॉस्पिटल अलग से बनाएं इसके अलावा ये भी व्यवस्था की गई है कि नॉन कोविड और कोविड पेशेंट को कंसल्टेशन की सुविधा हो. जीवन रक्षक दवाओं की आपूर्ति भी प्रारंभ की जा रही है. हमने एएमयू में इन सब बातों को लेकर समीक्षा की है.
हर व्यक्ति का जीवन अमूल्य है
मुख्यमंत्री ने कहा कि AMU में उनके आने का एक और उद्देश्य था कि मीडिया में खबरें चल रही थीं कि एएमयू में बहुत सारे प्रोफेसरों की मौत हो रही है. मैंने कल और परसों दोनों दिन एएमयू के वीसी से इसकी चर्चा की है और उन्होंने मुझे इस बारे में बताया है कि 16 ऐसे लोग हैं जिनकी कोविड से मौत हुई है. जिनमें 10 की मौत यहां हुई है 4 की अलग-अलग स्थानों पर हुई है. 2 लोगों की मौत दिल्ली में हुई है. हर व्यक्ति का जीवन अमूल्य है. इस समय मानवीय संवेदना सबसे महत्वपूर्ण है. हर एक व्यक्ति के प्रति हमारी संवेदना होनी चाहिए.
लक्षण हो तो तत्काल जांच कराएं
सीएम योगी ने कहा कि ''मैं अभिनंदन करूंगा अपने सभी हेल्थ वर्कर का, उन सभी कोरोना वॉरियर्स का जो इस कार्य के साथ मजबूती के साथ जुड़े हुए हैं और एक-एक व्यक्ति के जीवन को बचाने का कार्य कर रहे हैं. मेरी आप सब से अपील है कि बचाव सर्वोत्तम उपाय है लेकिन अगर किसी में कोई लक्षण हो तो तत्काल जांच कराएं. बीमारी को छुपाने से बीमारी खत्म नहीं हो जाती है. सरकार हर प्रकार की सुविधा दे रही है. वैक्सीन दवा सब फ्री दे रही है. भारत सरकार पूरा सपोर्ट कर रही है. बीमारी को छुपाने से अच्छा है उपचार कराने में तत्काल आगे आएं और जो भी गाइडलाइन है उसका पालन करें.
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