UP Politics: उत्तर प्रदेश की राजनीति में इस समय बीजेपी की तथाकथित आंतरिक कलह चर्चा का विषय बनी हुई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बीच तथाकथित तकरार की खबरें सामने आई हैं. यूपी उपचुनाव से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ यूपी में कई मंडलों की समीक्षा बैठक कर रहे हैं और इन बैठकों में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य शामिल नहीं हुए हैं. 


वहीं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के इन बैठकों में शामिल नहीं होने को लेकर बीजेपी नेता के नजदीकी सूत्रों के मुताबिक अब तक सीएम योगी कुल 11 मंडलों की समीक्षा कर चुके हैं. हालांकि दोनों ही डिप्टी सीएम को उसमें नहीं बुलाया गया है, जबकि पूरे यूपी को तीनों ही नेताओं के बीच 25-25-25 जिलों में बांटा गया है. 25 जिलों की निगरानी सीएम करते हैं, जबकि दूसरे 25 और 25 जिलों की दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक करते हैं. इस लिहाज से दोनों डिप्टी सीएम को समीक्षा बैठक में बुलाया जाना चाहिए था.


वहीं आज सीएम आवास पर हुई प्रयागराज मंडल की बैठक में केशव प्रसाद मौर्य के शामिल होने को लेकर बताया गया कि डिप्टी सीएम के पहले से ही कार्यक्रम तय थे. वहीं हैरानी की बात यह कि कल 26 जुलाई (शुक्रवार) को लखनऊ में होने वाली बैठक की डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को अभी तक जानकारी नहीं है.


बता दें कि यूपी के अलग-अलग मंडलों के विधायक, सांसद और मंत्रियों की बैठक के क्रम में कल लखनऊ मंडल के पदाधिकारियों की बैठक है. वहीं आज प्रयागराज मण्डल की बैठक से केशव मौर्य नदारद रहे, जिसने योगी सरकार के अंदरखाने की रार को एक बार फिर से खुलकर सामने ला दिया. वहीं अगर कल लखनऊ मंडल की होने वाली बैठक में भी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य बैठक में नहीं पहुंचते हैं तो यह निश्चित रूप से बड़ा विषय हो जाएगा.


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