UP News: हर बच्चे को 'निपुण' बनाने में जुटी योगी सरकार, शिक्षा अधिकारियों की टीम अब जाएगी गुजरात
Gorakhpur News: शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के लिए गोरखपुर में मॉडल के रूप में निपुण प्रोजेक्ट लागू किया गया है. यहां जानें पूरी डिटेल.
UP Latest News: बेसिक शिक्षा का उन्नयन योगी सरकार की प्राथमिकता है. इसके लिए स्कूलों का कायाकल्प कराने, संसाधन समृद्ध बनाने और यहां पढ़ने वाले बच्चों के लिए हर सुविधा निशुल्क उपलब्ध कराने के साथ शिक्षा की गुणवत्ता के सुधार के लिए परिणामदायी प्रयास किए जा रहे हैं. शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के ही दृष्टिगत गोरखपुर में मॉडल के रूप में निपुण प्रोजेक्ट लागू किया गया है.
हर बच्चे को ज्ञान के स्तर पर निपुण बनाने की मंशा वाले इस प्रोजेक्ट के तहत हर बच्चे के ज्ञान का मूल्यांकन किया जा रहा है. यह पता लगाया जा रहा है कि बच्चे ने स्कूल में क्या जाना, क्या सीखा और उसके किस पक्ष को मजबूत बनाने के लिए अतिरिक्त ध्यान देने की आवश्यकता है. इसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए विज्ञान और गणित विषय में नई तकनीकी व गतिविधियों पर और जानकारी जुटाने जिले की एक 40 सदस्यीय टीम गुजरात के आईआईटी गांधीनगर जाने वाली है.
बीते कुछ दशकों में बेसिक शिक्षा पर तत्कालीन सरकारों की तरफ से अपेक्षित ध्यान न दिए जाने से परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे कॉन्वेंट में पढ़ने वाले बच्चों से तुलनात्मक रूप से पिछड़ते गए. उनकी पढ़ाई एक तरह से खानापूर्ति वाली हो गई. ड्राप आउट की समस्या भी बढ़ी.
मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने इस दशा को सुधारने के लिए सतत प्रयास किए हैं. उनके प्रयासों के सकारात्मक परिणाम भी आ रहे हैं. परिषदीय स्कूलों को संसाधनों से समृद्ध करने के साथ सबसे बड़ी जरूरत शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने की महसूस की गई. इसी के दृष्टिगत दिसम्बर 2021 में सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के विकास भवन में निपुण भारत मॉनिटरिंग केंद्र का लोकार्पण किया था.
गोरखपुर के जिलाधिकारी विजय किरण आनंद का मानना है कि एक शिक्षक के लिए अपने बच्चों के अधिगम स्तर को जानना बच्चों से व्यक्तिगत जुड़ाव का माध्यम बन सकता है. शिक्षक जितनी सरलता से बच्चों के सीखने की क्षमता को जान पाएंगे, उतनी ही घनिष्ठता के साथ भी अपनी कक्षा से जुड़ सकेंगे.
शिक्षक और बच्चे के बीच बनने वाली यह कड़ी विद्यालयों के प्रति अभिभावकों और समाज के विश्वास में बढ़ोतरी करेगी. सरकार का प्रयास है कि प्रत्येक बच्चा अपनी संपूर्ण क्षमता के साथ ज्ञानार्जन कर सके, सही दिशा में निरंतर प्रगति कर सकें और भविष्य के प्रति एक सुदृढ़ नागरिक के रूप में विकसित हो सकें.
कक्षाओं में बच्चों के सीखने-समझने के स्तर में वृद्धि हो सके इसके लिए लर्निंग गैप की पहचान करना आवश्यक है. सरल ऐप से परीक्षा कराने का मकसद यही था. परीक्षा के आकलन के बाद अब विज्ञान व गणित पर खास फोकस करने की तैयारी है.
समग्र शिक्षा के जिला समन्वयक विवेक जायसवाल ने बताया कि विज्ञान ऒर गणित विषय में नयी तकनीकी एवं गतिविधियों की समझ के लिए जनपद के विज्ञान, गणित विषय के एआरपी, सक्रिय शिक्षक, डायट प्रवक्ता एवं खण्ड शिक्षा अधिकारियों की 40 सदस्यीय टीम जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की अगुआई मे 11 जून से पांच दिवसीय कार्यशाला में प्रतिभाग करने के लिए आईआईटी गांधी नगर (गुजरात) जायेगी.
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