उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गृह विभाग को 100 दिनों की कार्ययोजना के तहत प्राथमिकताएं निर्धारित कर तेजी से कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि आगामी 02 अप्रैल से मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत महिला सुरक्षा को और प्रभावी तथा सक्रिय ढंग से संचालित किया जाए. स्कूल, कॉलेज, बाजार व भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर विशेष अभियान चलाया जाए.
मुख्यमंत्री गुरुवार देर रात्रि यहां अपने सरकारी आवास पर गृह विभाग की 100 दिनों की कार्ययोजना के सम्बन्ध में बुलाये गये एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सुरक्षा, सुव्यवस्था एवं सुशासन प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है. प्रदेश के सभी आस्था केन्द्रों और महत्वपूर्ण स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्थाओं को और बेहतर किया जाए.
आगामी एक वर्ष में सभी जनपदों में पुलिस लाइनों की औचित्यपूर्ण स्थापना की जाए. सभी स्तर के पुलिस अधिकारी प्रतिदिन फुट पेट्रोलिंग करें. ट्रैफिक व्यवस्था को और चुस्त-दुरुस्त किया जाए. पुलिस थानों में स्वच्छ वातावरण निर्मित किया जाए तथा जनसामान्य के बैठने एवं पेयजल की समुचित व्यवस्था की जाए. जनशिकायतों को प्रमुखता के साथ निस्तारित किया जाए.
जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए कार्य किया जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई करते हुए अवैध सम्पत्तियों का ध्वस्तीकरण और जब्तीकरण किया जाए. पेशेवर अपराधियों सहित खनन, शराब, पशु, वन तथा भू-माफियाओं के प्रति किसी भी प्रकार की रियायत न बरती जाए. सभी वरिष्ठ अधिकारी फील्ड विजिट करें. उन्होंने कहा कि सभी तहसील मुख्यालयों पर फायर सर्विस की स्थापना का कार्य 100 दिन की प्राथमिकताओं में शामिल करते हुए पूरा किया जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक स्तर के पुलिस अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित की जाए. अपराध व अपराधियों तथा भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए कार्य किया जाए. इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.
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