लखनऊ, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था लगातार चरमरा रही है। आए दिन लगातार अपराध की खबरें आती रहती हैं। लचर होती कानून व्यवस्था को लेकर सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लखनऊ के लोकभवन में कानून व्यवस्था और विकास कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक की। इस बैठक में मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय, प्रमुख गृह सचिव, डीजीपी ओपी सिंह और कई डीएम व एसएसपी समेत प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी मौजूद रहे।


योगी ने की अधिकारियों की तारीफ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक के दौरान डीएम और एसएसपी की तारीफ भी की। योगी ने साफ-सुथरे चुनाव कराने के लिए अधाकिरों की तारीफ की। उन्होंने बंगाल की तुलना करते हुए कहा कि यूपी में चुनाव के वक्त बंगाल हिंसा जैसा कोई मामला सामने नहीं आया। इसके साथ ही योगी ने अधिकारियों को ईमानदारी से काम करने की नसीहत भी दी। उन्होंने रोजाना जनता से मुलाकात के लिए भी कहा।


पांच बिंदुओं पर हुई चर्चा
मुख्यमंत्री ने इस बैठक में मुख्य रूप से पांच बिंदुओं पर चर्चा की। इनमें सबसे पहला एजेंडा महिला अपराध पर प्रभावी नियंत्रण है। इसके अलावा योगी यातायात व्यवस्था, अपराधियों के खिलाफ विभिन्न मामलों में हुई कार्रवाई, भू-माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई और अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई पर भी चर्चा कर की। कानून व्यवस्था की बैठक के बाद योगी विकास कार्यों और राजस्व विभाग के अधिकारियों साथ भी बैठक करेंगे। इन सभी बैठकों में प्रदेश भर के डीएम मौजूद रहेंगे।


बैठक से पहले फोन जमा कराए फोन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए यह बैठक कितनी अहम है इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बैठक में पूरी तरह से मोबाइल प्रतिबंधित है। प्रमुख सचिव हो या डीएम या फिर एसएसपी, सभी के मोबाइल सभागार के बाहर ही जमा करा लिए गए हैं। सीएम के आदेशानुसार मीटिंग से पहले सभी अधिकारीयों के फोन जमा किये गए हैं।