UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोकतंत्र में भेदभाव नहीं होता. सबका एक समान अधिकार होता है. लेकिन इसी प्रदेश में पहले 04 जिलों में बिजली आती थी, बाकी 71 जिले अंधेरे में डूबे रहते थे. आज तो हर गांव, हर जनपद वीआईपी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज बिजली महोत्सव और ऊर्जा दिवस के अवसर पर लोकभवन ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने 2,723.20 करोड़ की लागत से निर्मित 17 नग पारेषण/वितरण उपकेंद्रों का लोकार्पण और शिलान्यास किया. 


उन्होंने कहा कि आज सभी जिला मुख्यालयों पर 23-24 घंटे बिजली मिल रही है. तहसील मुख्यालयों पर 20-22 घंटे बिजली रहती है और गांवों में 18-20 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है. उन्होंने कहा कि जब हमने लक्ष्य रखा था तो कुछ लोग कहते थे कि क्या उत्तर प्रदेश में संभव है. लेकिन हमने संभव करके दिखाया है. आज हर गांव और जिले वीआईपी हैं. योगी ने कहा कि विद्युत विभाग/पॉवर कॉरपरेशन के सामने विद्युत बिलिंग और कलेक्शन एफिशिएंसी को बढ़ाना एक बड़ी चुनौती है.


बिजली उत्पादन में प्रदेश को बनाएंगे आत्मनिर्भर-योगी


चुनौती को पार पाने की दिशा में काम किया जा रहा है. बिजली उत्पादन में प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बड़े लक्ष्य की कार्ययोजना बनाई है. मुझे पूरा विश्वास है कि हम इस लक्ष्य को भी जल्द प्राप्त कर लेंगे. ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने बताया कि बीते 5 वर्ष के दौरान 1.43 करोड़ बिजली कनेक्शन देश भर में दिए गए, इसमें आधा हिस्सा अकेले योगी सरकार के कार्यकाल में मिला.


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5 साल में बढ़ाई गई 5200 मेगावॉट बिजली की क्षमता


बिजली वितरण की चुनौतियों की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि आज पूरा प्रदेश एक ग्रिड से जुड़ चुका है. मध्य प्रदेश बिजली भेजना हो या मेघालय में निर्यात करना हो, हम सक्षम हैं. कहा कि प्रदेश में बिजली की कुल उत्पादन क्षमता 6000 मेगावॉट की थी. योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 5200 मेगावॉट की क्षमता और बढ़ाई है. यानी 60 साल में जितनी क्षमता थी, उतनी अकेले 05 साल में योगी जी के नेतृत्व में बढ़ाई जा सकी है. 


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