'ननकाना साहब कब तक दूर रहेगा?' सीएम योगी ने पाकिस्तान-बांग्लादेश पर साधा निशाना
UP CM Yogi Adityanath Statement: यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए 1947 में देश के बंटवारे को लेकर बड़ा सवाल खड़ा किया. उन्होंने गुरु परंपरा से सीख लेने की सलाह दी.
Uttar Pradesh News Today: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार (6 दिसंबर) को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय के साथ हो रहे उत्पीड़न का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ हो रहा है कि वह किसी से छिपा नहीं है.
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ यूपी के कैबिनेट मंत्री बलदेव सिंह औलख भी मौजूद थे. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सिख गुरुओं का महान इतिहास रहा है, जो हम सबके सामने आज भी स्वर्ण अक्षरों में है. उन्होंने कहा कि ये हम सबके जीवन में एक नई प्रेरणा प्रदान करता है.
'बांग्लादेश हिंसा किसी से छिपी नहीं'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "हमारे सामने बहुत बड़ी चुनौतियां हैं. बांग्लादेश में जो कुछ हो रहा है, वह किसी से छिपा नहीं है और इससे पहले पाकिस्तान में जो कुछ हुआ, वह भी किसी से छिपा नहीं है." उन्होंने कहा, "आखिर ननकाना साहब हम सबसे दूर कब तक रहेगा. ये अधिकार हमें वापस क्यों नहीं मिलना चाहिए."
सीएम ने देश के बंटवारे पर क्या कहा?
बंटवारे का जिक्र करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, "अगर 1947 में सूझबूझ दिखाई गई होती, तो शायद वहां (ननकाना साहेब) में नगर कीर्तन में आने वाला व्यवधान दिखाई नहीं देता." उन्होंने कहा कि इतिहास की उन गलतियों की परिमार्जन का अवसर हमें दे रहा है. उस परिमार्जन (Modification) के लिए हम सबको अपने आपको तैयार करना होगा. इसलिए एकजुट होकर हम सब इस अभियान का हिस्सा बनें.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "उन लोगों से सावधान रहने की जरूरत है, जो हिंदुओं और सिखों के बीच में खाई पैदा करना चाहते हैं. इतिहास को अनावश्यक रूप से तोड़ मरोड़कर पेश करने की कोशिश कर रहे हैं." उन्होंने कहा ऐसे में हमें गुरु परंपरा के प्रति श्रद्धा का भाव रखते हुए इस बारे में अपने आपको तैयार करना है. गुर परंपरा गुरु नानदेव जी से लेकर गुरु गोविंद सिंह महाराज तक और जो सहज रुप से एक लंबी परंपरा सिंख समुदाय ने देश और धर्म के लिए दी है, यह हमें के नई जीवंतता प्रदान करता है.
'गुरु परंपरा उज्जवल भविष्य का आधार'
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गुरु परंपरा से हमें जो मिला है, उसका हमें अनुसरण करना है. साथ में उसको हमें अपना इतिहास मानना है. इसे जीवन का एक हिस्सा मानना है. ये हमारी आने वाली पीढ़ी के उज्जवल भविष्य के लिए एक आधार हो सकता है. उन्होंने कहा, "अगर इसका अनुसरण करेंगे तो दुनिया की कोई भी ताकत आपके साथ कुछ गलत नहीं कर पाएगी."
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